पुलिस अभिरक्षा में उमेश सिंह की मौत पर बवाल: परिजनों ने पांच सूत्रीय मांगों के साथ धरना शुरू, प्रशासन से बातचीत नाकाम
पोस्टमार्टम रिपोर्ट सार्वजनिक करने, पुलिसकर्मियों पर हत्या का केस दर्ज कर गिरफ्तारी की मांग: 1 करोड़ मुआवज़ा और उच्चस्तरीय जांच की भी गुहार

सीतापुर/बलरामपुर। थाना बलरामपुर पुलिस की अभिरक्षा में हुई उमेश सिंह की संदिग्ध मौत के मामले ने तूल पकड़ लिया है। प्रशासन की समझाइश न मानते हुए मृतक के परिजनों ने कांग्रेस कार्यालय के समीप धरना शुरू कर दिया।

सूत्रों के मुताबिक, परिजन अपने वकील की सलाह पर पांच सूत्रीय मांगों को लेकर आंदोलनरत हैं। उन्होंने साफ कहा है कि जब तक उनकी सभी मांगें पूरी नहीं होतीं, धरना जारी रहेगा। और कल थाना प्रभारी सीतापुर को बलरामपुर पुलिस के खिलाफ आवेदन देकर मामला दर्ज कराया जाएगा।
धरनास्थल पर परिजनों की प्रमुख मांगें —
+उमेश सिंह की पोस्टमार्टम रिपोर्ट सार्वजनिक की जाए।
+मृतक की मां श्रीमती अगरबत्ती सिंह सहित परिवार के पाँच सदस्यों को शव दिखाया जाए।
+थाना बलरामपुर पुलिस पर हत्या का आरोप लगाते हुए संबंधित पुलिसकर्मियों को निलंबित कर नामजद एफआईआर दर्ज की जाए और तत्काल गिरफ्तार किया जाए।
+परिवार को 1 करोड़ रुपये की आर्थिक सहायता राशि दी जाए।
+घटना की निष्पक्ष जांच उच्चस्तरीय समिति से कराई जाए।

धरने पर बैठे परिजनों का आरोप है कि उमेश सिंह की मौत सीतापुर क्षेत्र में हुई थी, बलरामपुर पुलिस शव लेकर चली गई। परिवार ने इसे “अपहरण” बताया है और मांग की है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट तत्काल सार्वजनिक की जाए।
इधर, प्रशासनिक अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर धरना समाप्त कराने की कोशिश की, लेकिन बातचीत असफल रही। परिजनों का कहना है कि जब तक न्याय नहीं मिलेगा, आंदोलन जारी रहेगा।
फिलहाल यह मामला गहन न्यायिक जांच का विषय है।




