प्रधान मंत्री आवास के लिए शंकर की जमीन हो गई गिरवी लेने पड़े कर्ज़, जिम्मेदारों ने की छल-कपट.. अपने हक के रूपये के लिए भटक रहा दर–दर…
जामकानी का रोजगार सहायक ननकू के स्वीकृत PM आवास को 7 वर्षों तक हड़प कर रखा था, रोज़गार सहायक के ऊपर कार्यवाही बाकी है इतने में ही शंकर का भी ऐसे ही मामला सामने आया है... ज़िम्मेदार शंकर को वर्षों से जनपद का कटवा रहे चक्कर..

The chalta/जामकानी परसापारा निवासी शंकर पिता बोधराम ने प्रधान मंत्री आवास स्वीकृत है कहकर कच्चे मकान को तोड़कर नए मकान बनाना प्रारंभ किया, जिम्मेदार प्रथम किस्त 25000 देकर बाकी के किस्तों में छल–कपट पूर्वक 2024 में किसी और के मकान किसी और को खड़ा कर मकान को पूर्ण बता दिए हैं। शंकर कर्ज़ लेकर अपना मकान पूर्ण 2025 में करता है और ज़िम्मेदार 2024 में पूर्ण बता देते हैं।
मीली जानकारी अनुसार जामकानी परसापारा निवासी शंकर को 2019में एक किस्त 25000 देकर, PM आवास को जनपद एवम् ग्राम पंचायत के ज़िम्मेदार गणमान्य अधिकारी कर्मचारियों ने बनवाना श्री गणेश कराया, लेकिन बाकी किस्त बिना शंकर को दिए पिछले छः वर्षों से अब–तब करते 04/06/2024 को किसी और के घर पर किसी और को खड़ा कर, कागजों एवम् डिजिटल दुनिया में प्रधान मंत्री आवास को पूर्ण बता दिया है।
जमीन गिरवी रखकर बनाना पड़ा आवास
2024 के 10 वें महीने में शंकर ने जनपद सीईओ को ज्ञापन सौंप बाकी के किस्तों को जल्द देने अनुरोध किया था लेकिन जनपद सीईओ के कानो में जूं तक नहीं रेंगी। बाल–बच्चों सहित रहने में हो रही परेशानी को देखते हुए शंकर ने जमीन गिरवी रख कर्ज़ लेकर आवास को पूर्ण कर लिया है।
कुछ दिनों पूर्व ही जामकानी रोज़गार सहायक के द्वारा, गरीब ननकू का स्वीकृत प्रधान मंत्री आवास को हड़प कर, राशि अपने बड़े भाई के खाते में डालकर आहरण करने का मामला सामने आया है। जिसमें रोजगार सहायक की गलती पूर्ण रूप से स्पष्ट है। शंकर वाले मामले में भी शक–शंका रोजगार सहायक एवं जनपद पीएमए शाखा में कार्यरत कर्मचारी के उपर भी ग्रामीण कर रहे हैं। अपने हक के रुपए के लिए शंकर दर दर भटकने को मजबूर है।
अब देखना होगा ,प्रशासन से न्याय की आश लगाए बैठे शंकर एवं ननकू को प्रशासन न्याय देकर दोषियों पर कार्यवाही कब तक करती है।