सारुजोबा पहाड़ के फर्जी पट्टा मामले में तहसीलदार सर्वेश पटेल ने किया मौका निरीक्षण,अब बहुत जल्द होगा पट्टा निरस्त तथा दोषियों के विरुद्ध कार्यावाही
ग्रामवासियों ने कहा कि दोषी फर्जी पट्टा धारियों के साथ-साथ फर्जी पट्टा जारी करने वाले पटवारी, राजस्व निरीक्षक, वन रक्षक, परिसर रक्षक, वन परिक्षेत्र अधिकारी के विरुद्ध भी कार्यवाही होना चाहिए। यदि उनके विरुद्ध कार्यवाही नहीं होगा तो फिर उन दोषी अधिकारी- कर्मचारियों के विरुद्ध कार्यावाही करवाने के लिए भी आंदोलन करना पड़े तो करेंगे

@the chalta/मैनपाट तहसील के अन्तर्गत आने वाले ग्राम पंचायत चैनपुर के सारुजोबा पहाड़ के शासकीय जमीन का फर्जी पट्टा के संबंध में चैनपुर के समस्त ग्रामवासी वर्ष 2023 में अनुविभागीय अधिकारी ( राजस्व ) कार्यालय सीतापुर तथा उप तहसील राजापुर में लिखित शिकायत दर्ज करवाये थे। फर्जी पट्टा जाँच कार्य पूर्व में पदस्थ एसडीएम रवि राही के देख-रेख में हो रहा था। किन्तु पूर्वर्ती कांग्रेस सरकार के स्थानीय नेताओं के द्वारा राजस्व अधिकारियों के ऊपर दबाव डाल कर केस को शिथिल करवाये थे। कुछ समय बाद प्रमोशन होकर एसडीएम रवि का ट्रांसफर हो जाने के कारण भी फर्जी पट्टा के संबंध में समय पर कार्यावाही नहीं हो पा रहा था। किन्तु अब उप तहसील राजापुर के तहसीलदार ने सारुजोबा फर्जी पट्टा मामले का जाँच शुरू कर दिया है।
बता दे कि सारुजोबा पहाड़ के ऊपर शासकीय जमीन के नाम से नर्मदापुर के निवासी श्रीमती बुढ़की उर्फ़ सुभद्रा यादव आत्मज रामजग तथा श्रीमती संतोषी यादव आत्मज रामगुलाम का फर्जी तरीके से तिरंगा पट्टा बना हैं। इसके अलावा ग्राम पंचायत चैनपुर के निवासी अशोक लकड़ा आत्मज पुरनप्रसाद, रुजबेल लकड़ा आत्मज बोहला लकड़ा, बोहला बखला आत्मज झड़ी बखला, अमोश कुजूर आत्मज लटकू, विजय लकड़ा आत्मज श्री रूंगा का फर्जी तरीके से वन अधिकार पट्टा बना हैं। इसमें से फर्जी पट्टाधारी श्री विजय लकड़ा का मृत्यु हो चुका है। इन सभी फर्जी पट्टा के संबंध में तहसीलदार मौका जाँच करने के लिए गुरुवार को सारुजोबा पहाड़ में पटवारी श्री अरविन्द एक्का के साथ पहुंचे थे। मौका निरीक्षण करने के बाद तहसीलदार ने कहा कि सभी फर्जी पट्टाधारी बिना काबिज का फर्जी पट्टा कैसे बनवाये थे। जबकि यहाँ के शासकीय जमीन का पट्टा बनना ही नहीं था। अब सभी के फर्जी पट्टा को निरस्त करने और दोषियों के विरूद्ध कार्यवाही करने के लिए मैं एसडीएम से बात करूंगा।
कहा है जिनका वन अधिकार पत्र जारी हुआ हैं। उनके विरुद्ध में मैं कार्यवाही नहीं कर पाऊँगा। लेकिन वन विभाग के लिए फर्जी पट्टा का प्रकरण को ट्रांसफर करवाने एसडीएम सहाब को बोलूंगा, तब ग्रामवासियों ने कहा कि दोषी फर्जी पट्टा धारियों के साथ-साथ फर्जी पट्टा जारी करने वाले पटवारी, राजस्व निरीक्षक, वन रक्षक, परिसर रक्षक, वन परिक्षेत्र अधिकारी के विरुद्ध भी कार्यवाही होना चाहिए। यदि उनके विरुद्ध कार्यवाही नहीं होगा तो फिर उन दोषी अधिकारी- कर्मचारियों के विरुद्ध कार्यावाही करवाने के लिए भी आंदोलन करना पड़े तो करेंगे।
इस पर तहसीलदार ने सभी फर्जी पट्टे धारी व्यक्तियों एवं अधिकारी-कर्मचारियों के विरुद्ध बहुत जल्द एसडीएम से कार्यवाही करवाने का आश्वासन दिए हैं। सुशासन तिहार के अन्तर्गत जो भी व्यक्ति फिर से सारुजोबा पहाड़ की शासकीय जमीन के नाम से पट्टा बनवाने के लिए आवेदन किए हैं, उन सभी आवेदन को तहसीलदार उप तहसील राजापुर निरस्त करेंगे। मौका निरिक्षण के दौरान सैकड़ों के संख्या में ग्रामवासी भी उपस्थित थे।