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नशे में गाड़ी चलाना पड़ा भारी! अब जेब से भी गई रकम, और साख से भी…

एक गलती – जुर्माना, बदनामी और पछतावे की लंबी सजा दे सकती है।”"नशा छोड़िए – जीवन को अपनाइए, सड़क को सुरक्षित बनाइए!"

The chalta/सीतापुर:सोचिए, कुछ पल का नशा… और उसके बदले हज़ारों की चपत, कोर्ट की पेशी, पुलिस की फटकार, और समाज में नाम खराब। यही हाल हुआ दो लोगों का, जो शराब पीकर गाड़ी चलाने की गलती कर बैठे। लेकिन इस बार कानून ने कोई रियायत नहीं दी — एक को ₹24,000 और दूसरे को ₹11,000 का भारी भरकम अर्थदंड भरना पड़ा।

पहला मामला:

गेरसा निवासी रविंद्र पैंकरा, मोटरसाइकिल से सीतापुर आया था। थाना क्षेत्र के पास पुलिस ने जब रूटीन चेकिंग की, तो रविंद्र नशे की हालत में पाया गया। न दस्तावेज़ सही, न होश में था वह खुद। पुलिस ने तुरंत चालान काटा और मामला न्यायालय में पहुंचा। कोर्ट ने उसे चेतावनी के साथ ₹24,000 रुपये का अर्थदंड लगाया।

दूसरा मामला:

दर्रापारा, पत्थलगांव के एक व्यक्ति ने तो और भी बड़ी लापरवाही कर दी — अपनी कार लेकर सीतापुर जा रहा था और नशे में झूमता हुआ पकड़ा गया। उसकी हालत देख पुलिस ने तुरंत कार्यवाही की और न्यायालय ने उसे ₹11,000 का अर्थदंड देने का आदेश दिया।

न्यायालय का सख्त संदेश:

“नशे में वाहन चलाना एक अपराध है, जिसे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। चाहे मोटरसाइकिल हो या कार — कानून सबके लिए एक है।”

. नशे की रफ्तार, कब बन जाए मौत की सवारी — कोई नहीं जानता!

1.क्या कुछ घंटों का नशा किसी की ज़िंदगी से ज्यादा कीमती है?

2.क्या आप चाहते हैं कि आपका नाम कोर्ट और थाने की फाइलों में लिखा जाए?

3क्या आपके घरवाले आपको ऐसे देखना चाहेंगे?

याद रखिए:

नशे में गाड़ी चलाना सिर्फ आपकी ज़िंदगी से नहीं, बल्कि दूसरों की जान से भी खिलवाड़ है।
होश में रहिए, जिम्मेदार नागरिक बनिए।
गाड़ी तभी चलाइए, जब आप पूरी तरह संतुलन में हों।

“एक गलती – जुर्माना, बदनामी और पछतावे की लंबी सजा दे सकती है।””नशा छोड़िए – जीवन को अपनाइए, सड़क को सुरक्षित बनाइए!”

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