अंबिकापुर:नशे के सौदागर पर आबकारी विभाग की बड़ी कार्रवाई, 80 नग नशीले इंजेक्शन के साथ आरोपी गिरफ्तार
आबकारी विभाग की यह कार्रवाई नशे के खिलाफ जारी अभियान में एक अहम मील का पत्थर मानी जा रही है...

अंबिकापुर, 18 अगस्त 2025 — संभागीय आबकारी उड़नदस्ता, सरगुजा द्वारा नशे के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान के तहत आज एक बड़ी सफलता हाथ लगी है। जिला बलरामपुर के थाना राजपुर अंतर्गत आरा निवासी हबीब अंसारी को REXOGESIC और AVIL जैसे नशीले इंजेक्शनों की खेप के साथ गिरफ्तार किया गया है।
सहायक जिला आबकारी अधिकारी रंजीत गुप्ता को मुखबिर से सूचना मिली थी कि हबीब अंसारी, बाइक (CG15CY9707) पर सवार होकर सरगांवा पैलेस रोड के पास किसी ग्राहक को नशीला माल सप्लाई करने की फिराक में है। सूचना की गंभीरता को देखते हुए आबकारी उड़नदस्ता टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए मौके पर घेराबंदी की।
जैसे ही संदिग्ध बाइक नजर आई, टीम द्वारा रोके जाने पर आरोपी भागने का प्रयास करने लगा। लेकिन उसे दौड़ाकर टीम के जवानों ने पकड़ लिया। पूछताछ में उसने अपना नाम हबीब अंसारी बताया। उसकी बाइक में टंगे झोले की तलाशी लेने पर काले रंग की दो पॉलिथीन में छिपाकर रखे गए 40 नग REXOGESIC और 40 नग AVIL इंजेक्शन बरामद हुए।
आरोपी को NDPS एक्ट की धारा 22(C) के तहत गिरफ्तार कर माननीय न्यायालय, अंबिकापुर में रिमांड हेतु प्रस्तुत किया गया, जहां से उसे जेल भेजने का आदेश प्राप्त हुआ।
इस कार्रवाई का नेतृत्व सहायक जिला आबकारी अधिकारी रंजीत गुप्ता ने किया। उनकी टीम में मुख्य आरक्षक रमेश दुबे, आरक्षक अशोक सोनी, नगर सैनिक रणविजय सिंह एवं महिला सैनिक राजकुमारी सिंह की भूमिका सराहनीय रही।
जप्त किए गए इंजेक्शनों की कुल अनुमानित कीमत लगभग ₹80,000 बताई गई है। पूछताछ में आरोपी ने खुलासा किया कि वह झारखंड के गढ़वा जिले से नशीले इंजेक्शन लाकर बलरामपुर और आसपास के क्षेत्रों में सप्लाई करता है।
सहायक जिला आबकारी अधिकारी रंजीत गुप्ता ने बताया कि बलरामपुर जिले का आरा क्षेत्र नशीले पदार्थों की अवैध बिक्री के लिए कुख्यात होता जा रहा है। इससे पहले भी आरा निवासी नूर अहमद को नशीले इंजेक्शन और कफ सिरप के साथ गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था। उन्होंने यह भी बताया कि गढ़वा जिला पूरे छत्तीसगढ़ में नशीले इंजेक्शनों की आपूर्ति का एक बड़ा केंद्र बन चुका है।
आबकारी विभाग की यह कार्रवाई नशे के खिलाफ जारी अभियान में एक अहम मील का पत्थर मानी जा रही है।