विकास खण्ड मैनपाट के ग्राम पंचायतों के नव निर्वाचित सरपंचों को पद भार नहीं मिलने से ग्राम पंचायतों के विकास की गति में विराम, सभी परेशान
41 ग्राम पंचायत के नव निर्वाचित सरपंच केवल नाम मात्र के लिए सरपंच कहला रहे हैं, उनके पंचायत में नव निर्वाचित सरपंचों के द्वारा न ही पुराना और न नया कार्य चालू हो पा रहा हैं। इस ओर शासन-प्रशासन का भी ध्यान नहीं हैं। जिसके कारण पुराने सरपंच और सचिव के द्वारा नये नव निर्वाचित सरपंचों को पद भार जल्दी नहीं दे रहे हैं, बल्कि टाल-मटोल कर समय को लम्बा खींच रहे हैं

@the chalta मैनपाट/ विकासखण्ड मैनपाट के अन्तर्गत आने वाली 41 ग्राम पंचायत में से कुछेक को छोड़ कर नव निर्वाचित सरपंचों को आज तक पुराने सरपंचों से पद भार नहीं मिला हैं। केवल दो ग्राम पंचायत जामढोढ़ी और ग्राम पंचायत हर्रामार के नव निर्वाचित सरपंच को पुराने सरपंच से पद भार मिला हैं। सभी 41 ग्राम पंचायत के नव निर्वाचित सरपंचों को पद भार नहीं मिलने से पुराना पेंडिग कार्य को नहीं करवा पा रहे हैं और नया कार्य योजना के आधार पे काम भी चालू नहीं हो पाया हैं।
चुनाव के बाद 31 दिन तक पंचायत सचिव हड़ताल में चले गए थे। उसके चलते भी पंचायत का जन्म, मृत्यु प्रमाण पत्र से लेकर कई प्रकार का कार्य नहीं हो पा रहा था। हड़ताल खत्म होने के बाद भी कई पंचायत सचिव अपने कार्यरत पंचायत में कार्यभार ग्रहण नहीं किए हैं। जिससे पंचायत का काम पूरी तरह से ठप हो गई हैं।
41 ग्राम पंचायत के नव निर्वाचित सरपंच केवल नाम मात्र के लिए सरपंच कहला रहे हैं, उनके पंचायत में नव निर्वाचित सरपंचों के द्वारा न ही पुराना और न नया कार्य चालू हो पा रहा हैं। इस ओर शासन-प्रशासन का भी ध्यान नहीं हैं। जिसके कारण पुराने सरपंच और सचिव के द्वारा नये नव निर्वाचित सरपंचों को पद भार जल्दी नहीं दे रहे हैं, बल्कि टाल-मटोल कर समय को लम्बा खींच रहे हैं। इस वजह से ग्राम पंचायत का काम-काज लगभग ठप हो गया हैं।
सभी 41 ग्राम पंचायतों के नव निर्वाचित सरपंचों को पुराने सरपंचों के द्वारा कब पद भार मिलेगा और हमारे द्वारा कब विकास का काम चालू होगा ? सोच कर 41 ग्राम पंचायतों के नव निर्वाचित सरपंच चिंतित में हैं और 41 ग्राम पंचायतों के लोग काम-काज नहीं होने से परेशान हैं। इस प्रकार से और कितने दिन तक 41 ग्राम पंचायत के काम-काज ठप रहेंगे ? या फिर संबंधित अधिकारी इसके प्रति कुछ सुध लेंगे । देखने वाली बात हैं।।