चार पत्रकारों के खिलाफ गहरी साजिश रचने वाले कोंटा थाना प्रभारी के खिलाफ गंभीर धाराओं में अपराध कायम
पत्रकार बप्पी राय, धर्मेन्द्र सिंह, मनीष सिंह और निशु त्रिवेदी को अवैध रेत परिवहन की रिपोर्टिंग करने के कारण फंसाया गया।।
सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार दंतेवाड़ा और सुकमा जिले के 4 पत्रकार बप्पी राय, धर्मेन्द्र सिंह, मनीष सिंह और निशु त्रिवेदी कोंटा क्षेत्र में अवैध रेत परिवहन की रिपोर्टिंग के लिए कोंटा पहुंचे थे। जहां उनके द्वारा शबरी नदी से ट्रकों में रेत लोड कर तेलंगाना के हैदराबाद ले जाते वाहनों को रोक कर पूछताछ की गई और वीडियो बनाया गया। इसी बीच कोंटा थानेदार अजय सोनकर मौके पर पहुंचे और दो ट्रकों को थाने लाया और रात को छोड़ दिया गया। अगले दिन शनिवार की सुबह कोंटा के एक लॉज में ठहरे 4 पत्रकार कोंटा सीमा पर आंध्रप्रदेश के चट्टी गए हुए थे, जहां उन्हें कार में गांजा रखने के आरोप में चिंतुर की पुलिस ने हिरासत में लिया और अपने साथ थाने ले गई। चिंतुर थाना आंध्रप्रदेश के अल्लूरी सीतारामा राजू जिले में है। मामला पत्रकारों का होने के कारण गृहमंत्री तक बात पहुंची और बस्तर आईजी सुंदरराज पी. ने वहां के आईजी से इस संबंध में चर्चा की। दोपहर तक एफआईआर दर्ज नहीं हुई थी।
आला अफसरों ने इस मामले को तत्काल संज्ञान में लिया। सुकमा एसपी किरण गंगाराम चव्हाण ने कोंटा टीआई अजय सोनकर को रक्षित केंद्र सुकमा में अटैच कर दिया है। उन्होंने रविवार को आदेश जारी कर दिया है। आईजी ने बताया कि दंतेवाड़ा के पत्रकार बप्पी राय की कार में 40 किलो गांजा मिलने के मामले की जांच चिंतुर पुलिस कर रही है। वहां के थानेदार और अन्य अधिकारी कोंटा आकर पूरी पड़ताल कर रहे हैं।
शबरी नदी से रेत को तेलंगाना के हैदराबाद ले जाया जाता है। सूत्रों ने बताया कि सुकमा कलेक्टर हरिश एस. ने माइनिंग अधिकारी को खदान से परिवहन तत्काल बंद करने को कहा है। कल सोमवार को लिखित आदेश भी जारी बहरहाल चिंतुर थाने में दक्षिण बस्तर के सुकमा, कोंटा, दंतेवाड़ा, बीजापुर होने की बात कही गई है। और जगदलपुर से अनेक पत्रकार डटे हुए हैं। चिंतुर पुलिस कोंटा के सभी स्थलों में पहुंचकर जांच कर रही है। पत्रकारों का कहना है कि वाहन में गांजा रखकर पत्रकारों को साजिश पूर्वक फंसाया गया है।