बाबा कृषि सेवा केन्द्र से सैम्पल लेकर गये जांच अधिकारी, किसान ने भी गलती स्वीकारा , क्यों? देंखें ख़बर बाबा सेवा केन्द्र की कोई ग़लती नहीं
जांच अधिकारी ने कहा सैम्पल जांच के बाद ही कारण स्पष्ट होगा। किसान के गलती या बीज कंपनी के।।
गुरुवार को एक किसान अपने पत्नी के साथ सीतापुर एसडीएम रवि राही के पास धान में जरिया नहीं आने पर शिकायत लेकर पहुंचा, जिस पर SDM रवि राही ने तत्काल संज्ञान लेते हुए सैम्पल जांच के लिए कृषि विभाग को निर्देशित किया।
आज दिनांक को जांच के लिए सैंपल लेने बाबा कृषि सेवा केन्द्र कृषि विभाग के एस डी ओ एवं जांच अधिकारी संतोष बेक पहुंचे।
संतोष बेक ने किसान के द्वारा खरीदा गया बीज लाट से हाईब्रिड धान बीज का अलग-अलग तीन पैकेट से सैम्पल लेकर जांच के लिए लैब भेजने की प्रक्रिया पूर्ण कर धान बीज ले गये। संतोष बेक ने कहा अंकुरित नहीं होने का कारण जांच के बाद स्पष्ट होगा।
कंपनी के एरिया सेल्स मैनेजर ने कहा किसान द्वारा 24 घंटे पानी में भिगो कर रखने के बाद पानी से निकाल कर उसे सुतली के बोरे में रखा जाता है, लेकिन किसान द्वारा उसे प्लास्टिक के बोरे में रखा गया, जो किसान के जानकारी के अभाव के कारण हुआ है।
किसान ने भी प्लास्टिक के बोरे में धान को अंकुरण के लिए रखने को अपनी गलती स्वीकारा है ।
अब आप बताओ इसमें बाबा कृषि सेवा केन्द्र की क्या ग़लती? गलती कंपनी की है या किसान की यह तो जांच के बाद ही कारण स्पष्ट होगा।
एसडीएम रवि राही के निर्देशन में हो रहे जांच से किसान को मिला लाभ बीज कंपनी के द्वारा 3 हजार रुपए लौटाया दिया गया और जांच अधिकारी के द्वारा जांच के लिए हाईब्रिड धान बीज का सैम्पल लैब भेजा जा रहा है । अब लैब जांच रिपोर्ट का करते हैं इंतजार !