युवाओं की सकारात्मक ऊर्जा को उजागर करने के उद्देश्य से आयोजित हो रहा स्टडी सर्कल
राजधानी के प्रियदर्शिनी नगर में युवाओं की सकारात्मक ऊर्जा को उजागर करने के उद्देश्य से स्टडी सर्कल (अध्ययन वृत्त कक्षा) का आयोजन किया जा रहा है। इसमें अभी 7 प्रतिभागी युवा हैं, जो महासमुंद क्षेत्र के निवासी हैं। स्टडी सर्कल में रूही संस्थान की पुस्तक संख्या-1 ”दिव्य जीवन- एक चिंतन” का अध्ययन जारी है। इस पुस्तक में तीन इकाईयां हैं, जिसमें पहला पवित्र लेखों का अध्ययन, दूसरा प्रार्थना और तीसरा जीवन और मृत्यु है। रूही संस्थान की पुस्तकें युवाओं को मदद करती हैं कि- जिस समुदाय ने उनको इतना कुछ दिया है, वो उनके लिए भी कुछ करें। एक बेहतर विश्व के निर्माण के लिए पतन हो रहे मानव मूल्यों को पुनः स्थापित करने, सद्चरित का निर्माण करने और आने वाले भविष्य को सुसंगठित करना बहुत ज़रूरी है, इसलिए इस तरह के कार्यक्रम से युवाओं की मनोवृत्ति पर काफ़ी व्यापक असर देखने को मिलता है।
स्टडी सर्कल में ट्यूटर की भूमिका निभा रही मन्ना शर्मा ने बताया कि- पुस्तक संख्या 1 के बाद पुस्तक संख्या 3 का भी अध्ययन होगा, उसके बाद प्रतिभागी युवा अपने समुदाय के बच्चों की सेवा में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। युवाओं की बात करते हुए वो कहती हैं कि- आज का युवा अपना कैरियर तो बनाना जनता है, लेकिन उसे अपने कैरियर के साथ अपने समुदाय के बारे में भी सोचना चाहिए। उन्होंने आगे कहा कि- युवाओं को समुदाय की निःस्वार्थ सेवा का गुण अवश्य ही अपनाना चाहिए, ताकि वो समुदाय में सार्थक बदलाव ला सकें।