प्रधानमंत्री धन-धान्य कृषि योजना एवं दलहन आत्मनिर्भरता मिशन से आत्मनिर्भर भारत की ओर कदम

The chalta/मैनपाट, 11 अक्टूबर 2025 को कृषि विज्ञान केंद्र मैनपाट में “प्रधानमंत्री धन-धान्य कृषि योजना तथा दलहन आत्मनिर्भरता मिशन” के तहत एक दिवसीय कार्यक्रम का भव्य आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन और “जय किसान, जय विज्ञान” के उद्घोष के साथ हुआ।
इस अवसर पर माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी द्वारा देशभर के किसानों को ₹42,000 करोड़ से अधिक की कृषि परियोजनाओं का उपहार दिया गया। साथ ही 1100 से अधिक कृषि, पशुपालन, मत्स्य पालन और खाद्य प्रसंस्करण से जुड़ी परियोजनाओं का उद्घाटन एवं शिलान्यास किया गया।
कार्यक्रम के मुख्य वक्ता श्री अनिल अग्रवाल, उपाध्यक्ष जनपद पंचायत सीतापुर ने कहा कि “आत्मनिर्भर भारत का आधार कृषि है, और आत्मनिर्भर किसान ही सशक्त राष्ट्र का निर्माण कर सकता है।” उन्होंने किसानों को कृषि को उद्यमिता और नवाचार का माध्यम मानने का आह्वान किया।
केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं प्रमुख डॉ. राजेश चौकसे ने अपने संबोधन में किसानों को ड्रोन आधारित छिड़काव, जैविक खेती, मूल्य संवर्धन, प्रसंस्करण इकाइयाँ और कृषि स्टार्टअप्स जैसी आधुनिक तकनीकों से जुड़ने का आग्रह किया। उन्होंने प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि, पीएम-कृषि सिंचाई योजना और डिजिटल कृषि मिशन जैसी योजनाओं की विस्तृत जानकारी भी दी।
कार्यक्रम के समापन पर उपस्थित सभी किसानों ने यह संकल्प लिया कि वे आत्मनिर्भर बनकर देश की कृषि उत्पादकता को नई ऊँचाइयों तक पहुँचाएंगे।
कार्यक्रम में बड़ी संख्या में किसान, कृषि वैज्ञानिक, उद्यमी और विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।जय किसान, जय भारत!