17 हाथियों के झुंड से ग्रामीणों में दहशत, कई किसानों की फसलों को पहुंचा नुकसान
हर्रामार कोसा बाड़ी में दिनभर डेरा डालने के बाद झुंड ने रातभर फसलों को रौंदा, ग्रामीणों ने की रतजगा

The chalta/10 अक्टूबर की सुबह ग्रामीण क्षेत्र में हड़कंप मच गया जब किसानों को पता चला कि 17 हाथियों का एक झुंड इलाके में पहुंच गया है। बताया जा रहा है कि यह झुंड हर्रामार कोसा बाड़ी में दिनभर रुका रहा और रात के समय बंगरकालो नाला पार करते हुए लक्ष्मनिया/ स्वर्गीय दयाल राम के खेतों में घुस हाथियों ने उनकी फसलों को नुकसान पहुंचाया और आसपास के कई किसानों की फसलों को भी रौंदते हुए जंगल में दिये।
झुंड 11 अक्टूबर की सुबह छेनापतरा जंगल की ओर बढ़ गया, लेकिन ग्रामीण अब भी भयभीत हैं। फसलों के पकने के समय हाथियों का आना किसानों के लिए चिंता का विषय बन गया है। किसान अमित पैंकरा जामकानी ने बताया कि “पकते फसल के इस समय में हाथियों का आना किसानों को भारी नुकसान पहुंचा सकता है।”
वन विभाग के बीट गार्ड अखिलेश मिंज ने बताया कि नुकसान का आंकलन किया जा रहा है, जिसके बाद प्रभावित किसानों को मुआवजा राशि प्रदान की जाएगी। सूत्रों की मानें तो फिलहाल, 17 हाथियों के इस दल के इलाके में पहुंचने से किसान और ग्रामीण रतजगा करने को मजबूर हैं और दहशत का माहौल बना हुआ है।