नागवंशी समाज के श्रद्धालुओं के साथ दुर्व्यवहार, धार्मिक आस्था को ठेस पहुँचाने का आरोप
नवरात्रि पूजा के बाद गांव में आदिवासी श्रद्धालुओं को पहनाया गया हड्डी का माला, दी गई अश्लील गालियाँ व धमकियाँ; केरजू पुलिस चौकी में शिकायत

The chalta/सीतापुर (छत्तीसगढ़) विकासखंड क्षेत्र की ग्राम पंचायत गेरसा (सेन्हाटोगंरी) में नवरात्रि पर्व के अवसर पर नाग देवता की पूजा अर्चना कर लौट रहे नागवंशी समाज के श्रद्धालुओं के साथ अभद्र व्यवहार किए जाने का मामला सामने आया है। बताया जा रहा है कि सोमरू राम पिता सुबे राम, सीताराम पिता कर्राराम, करन साय पिता जुगेश्वर, संतोष कुमार सहित कई अन्य श्रद्धालु जब पूजा कर लौट रहे थे, तभी कुछ लोगों ने उन्हें रोककर उनके साथ दुर्व्यवहार किया।
आरोप है कि सोमरू राम को जबरन हड्डी की माला पहनाई गई और पूरे गांव में घुमाने की कोशिश की गई। इतना ही नहीं, उन्हें और अन्य नागवंशी श्रद्धालुओं को अश्लील गालियाँ दी गईं और जान से मारने की धमकी भी दी गई।
पीड़ितों में दशनी बाई पति मुनेश्वर, राधेश्याम पिता हरिप्रसाद जैसे कई नागवंशी समाज के लोग शामिल हैं, जिनके अनुसार यह हमला सीधे तौर पर उनकी धार्मिक आस्था और परंपरा पर प्रहार है।
घटना से क्षुब्ध होकर ग्राम पंचायत शिवनाथपुर, भरतपुर, जिरोली, गिरजा सहित आसपास के गांवों के नागवंशी समाज के लोगों ने केरजू पुलिस चौकी पहुँचकर प्रदर्शन किया और थाना प्रभारी को ज्ञापन सौंपा। उन्होंने मांग की है कि दोषियों पर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए और उनके खिलाफ धार्मिक भावना को ठेस पहुँचाने जैसी गंभीर धाराओं में मामला दर्ज किया जाए।
शिकायत में जिन लोगों पर दुर्व्यवहार का आरोप है, उनमें शेखर पिता गणेश (महाकुल), पूनम पिता लाल साय (चिक), मान साय पिता जबल (चिक), अनिल पिता कपूर (चिक) समेत अन्य महिला-पुरुष शामिल हैं। इन पर समाज विशेष को घेरकर अपमानित करने, गाली-गलौज करने और धमकी देने के आरोप लगे हैं।
केरजू चौकी प्रभारी राजेश्वर महंत ने जानकारी देते हुए बताया कि नागवंशी समाज द्वारा एक लिखित ज्ञापन सौंपा गया है और मामले की जांच की जा रही है। दोषियों के खिलाफ उचित कानूनी कार्रवाई की जाएगी।