
The chalta/सीतापुर तहसील में राजस्व अधिकारी-कर्मचारी शायद अब दलालों के भरोसे जीवन यापन करने लगे हैं, सरकार के द्वारा दिया जा रहा तन्खवाह कम पड़ रहा, तभी तो दुसरे का जमीन 7 एकड़ को अपना कहकर दलाल बेंच देते हैं। अधिकारियों को मीडिया के माध्यम से जानकारी मिलती है तब जाकर कार्यवाही होती है। ऐसा ही मामला रजौटी से निकल कर बाहर आ रहा है जीवित किसान मंगता को मृत बताकर नये वारिस और पत्नी बनकर जमीन अपने नाम करा लिया जाता है।
मीली जानकारी अनुसार रजौटी निवासी किसान मंगता अपने बेटे के साथ किसान क्रेडिट कार्ड बनवाने सेंटर जाता है,तब मंगता के नाम का जमीन गायब मिलता है। मंगता का किसान क्रेडिट कार्ड नहीं बनता तब जाकर किसान अपने जमीन की तलाश में निकलता है। तलाश के दौरान पता चलता है कि सभी जमीन का कुटरचित दस्तावेज तैयार कर देवानंद एक्का,एगनेश एक्का,हबिल एक्का एवं मेनो बेवा के नाम पर हो गया है।
मंगता आत्मज माना के नाम पर जमीन 2.047 हे.था , जिसे दलालों एवं राजस्व विभाग के जिम्मेदारों ने मिलकर देवानंद एक्का,एगनेश एक्का,हबिल एक्का एवं मेनो बेवा के नाम कर दिया है। कुटचना छल-कपट कर मृतक का मृत्यु प्रमाण पत्र तैयार कर जमीन रजिस्ट्री का फर्जीवाड़ा सामने आया है। फिलहाल यह जांच का विषय है।