जामकानी परसापारा में दो दिन में एक ही घर को हाथियों ने तोड़ा, रखे दो बड़ा बोरा लगभग पतला धान कर गये चट और पहुंचाया नुकसान
वन विभाग मैनपाट को किसान के नुकसान की आकलन कर जल्द से जल्द दे मुआवजा,, ताकि किसान का जीवन अस्त-व्यस्त ना हो...

The chalta/सरगुजा रायगढ़ सरहदी क्षेत्र कांटाडांड़ और छेनापतरा जंगल में दो दलीय हाथियों का विगत 5 दिनों से आमद हुआ है। दिन भर जंगल में रहने के बाद हाथियों का दल रात में गांव की ओर प्रवेश कर नुकसान पहुंचा रहे हैं। जान माल का खतरा मंडरा रहा है। बीती रात किसान के द्वारा रखे पतला धान को घर के दिवाल तोड़कर खा गये।
मीली जानकारी अनुसार जामकानी परसापारा निवासी 55 वर्षीय भूशरण सिदार पिता गोपाल सिदार के घर में रखे पुराने पतला धान लगभग दो बोरा धान को हाथियों ने दिवाल तोड़कर खा दिया और नुकसान पहुंचाया है। बिते दोनों दिनों में हाथियों ने भूशरण के ही घर को ज्यादा नुक्सान पहुंचाया है। पहले दिन दिवाल तोड़ा आस पास के नागरिकों के आने पर भाग गया लेकिन दुसरे दिन तो नुकसान पहुंचा कर ही ऊसका मन माना। भूशरण ने वन विभाग से गोहार लगाते हुए राहत मुआवजा राशि देने की मांग की है ताकि घर को वापस मजबूत बना सके और धान खरीद सके।