सरगुजा रायगढ़ सरहद:50 मीटर पर थे हाथी.. निगरानी दल ने कंधे पर उठाकर वृद्धा को पहुंचाया सुरक्षित स्थान..
यह पूरी कार्रवाई सूझबूझ, साहस और सेवा-भावना का अद्भुत उदाहरण है...

सीतापुर/रायगढ़ जिले के कापु वन परिक्षेत्र में दो दंतैल हाथियों की आमद की सूचना के बीच जब वन विभाग की निगरानी टीम मौके पर पहुंची, तो उन्हें छेना पतरा जंगल (52RF) के किनारे स्थित एक झोपड़ी में मानवता को झकझोर देने वाला दृश्य देखने मिला। एक वृद्ध महिला जो चलने-फिरने में पूरी तरह से असमर्थ थी। आशंका जताई जा रही थी मानो किसी ने अपने वृद्ध मां को मुवावजे के लिए मौत के मुंह में ढकेल दिया हो। झोपड़ी से महज़ 50 मीटर की दूरी पर दो विशालकाय दंतैल हाथी विचरण कर रहे थे। हालात ऐसे थे कि किसी भी क्षण कुछ भी अनहोनी हो सकती थी।
सूचना मिलते ही अलोला में तैनात हाथी निगरानी दल निगरानी दल BFO कापू नवीन गुप्ता, लिप्ती आकाश चंद्र साहू , अलोला BFO संतोष यादव ने बिना देरी किए मौके पर पहुंचकर जान जोखिम में डालते हुए वृद्धा को वहां से निकालने का निर्णय लिया। दल के सदस्य जंगल की कठिनाईयों और पगडंडियों से होते हुए उस झोपड़ी तक पहुंचे और महिला को कंधे पर उठाकर उसे सुरक्षित स्थान तक पहुंचाया। यह पूरी कार्रवाई सूझबूझ, साहस और सेवा-भावना का अद्भुत उदाहरण है। यदि दल ने समय पर कार्रवाई न की होती, तो दंतैल हाथियों की मौजूदगी जानलेवा बन सकती थी। वृद्धा को फिलहाल ग्रामीणों की मदद से अस्थायी आश्रय में रखा गया है और वन विभाग की निगरानी जारी है।
वन रेंजर A.S. Kindo ने बताया कि क्षेत्र में हाथियों की लगातार आवाजाही हो रही है और ग्रामीणों से अपील की गई है कि वे सतर्क रहें तथा किसी भी आपात स्थिति में विभाग को तत्काल सूचित करें। साथ ही, महिला की मदद के लिए स्थानीय प्रशासन से भी समन्वय कर आवश्यक सहायता की मांग की गई है।
यह घटना जीवन के संघर्षों को उजागर करती है, वहीं दूसरी ओर वन विभाग के जमीनी कार्यकर्ताओं की कर्तव्यनिष्ठा दर्शाती है।