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किसान सावधान:सहकारी समिति भूसु के विरुद्ध उर्वरक नियंत्रण आदेश 1985 के तहत् कार्यवाही,यूरिया के हजारों बोरें मिले नकली और अमानक , जांच टीम ने सैंपल भेजा लैब..

यूरिया के हजारों बोरे नकली और अमानक होने की पुष्टि करने कृषि और राजस्व विभाग की उड़नदस्ता टीम ने उर्वरक नियंत्रण आदेश 1985 की धारा 19(A), (C) 1, 21(A) , 28(1) ( D) की धाराओं के अंतर्गत आदिम जाति सेवा सहकारी समिति भूषु, में की कार्यवाही

बिग ब्रेकिंग सीतापुर… The chalta.com :किसान सावधान!सीतापुर, उर्वरक नियंत्रण आदेश 1985 की धारा 19(A), (C) 1, 21(A) , 28(1) ( D) की धाराओं के अंतर्गत आदिम जाति सेवा सहकारी समिति भूषु, में कार्यवाही की गई है, उक्त समिति में उर्वरक निर्माता कंपनी हिंदुस्तान उर्वरक एवं रसायन लिमिटेड, न्यू दिल्ली (HURL) के यूरिया का भंडारण पाया गया जिसकी बोरियों में उत्पादन तिथि, वर्ष और बैच नम्बर या लॉट नंबर नहीं पाया गया जिससे अंदेशा जताया जा सकता है कि यह अमानक स्तर का उर्वरक है अथवा उर्वरक की कालाबाजारी की जा रही है।।
उक्त कार्यवाहियों का जप्तिनामा, सुपुर्दगी नाम, पंचनामा बनाकर अग्रिम कार्यवाही हेतु जिला कलेक्टर सरगुजा को उपसंचालक कृषि श्री पी एस दीवान के माध्यम से भेजा गया है, यह कार्यवाही राजस्व और कृषि विभाग के संयुक्त तत्वधान में SDM श्री नीरज कौशिक सीतापुर के मार्गदर्शन में SDO कृषि श्रीमती अनीता एक्का सीतापुर और फर्टिलाइजर इंस्पेक्टर संतोष कुमार बेक और अनुविभाग स्तरिए उड़नदस्ता टीम की संयुक्त कार्यवाही थी।
उर्वरक नमूना की जांच हेतु प्रयोगशाला भेजा गया है।।

सीतापुर एसडीएम एवं एसडीओ कृषि के साथ जांच दल

 सरगुजा जिले में नकली खाद की शिकायत मिलने पर राजस्व और कृषि विभाग की टीम ने दबिश देते हुए अमानक खाद जप्त किया है। आपको बता दें कि सरगुजा जिले के भूसू सहकारी समिति अमानक खाद की सूचना मिलने पर कृषि विभाग के अधिकारी और राजस्व की टीम के साथ दबिश दी। जहां मौके पर 128.70 मेट्रिक टन अमानक नकली यूरिया खाद पाया गया। वही जिस बोरी में अमानक खाद भरा गया था। वह बोरी भी गलत पाया गया। जिसके आधार पर कृषि विभाग और राजस्व विभाग ने 2000 से अधिक बोरी जप्त कर जांच सैम्पल के लिए भेज दिया गया हैं। गौरतलब है कि किसानो के लिए अभी का समय खेती के लिए है और इस तरह से नकली खाद किसानों को उपलब्ध सहकारी समिति में मिल रही हैं तो सबसे बड़ा सवाल है कि शासकीय दुकानों में इस तरह से खाद मिलेगी तो किसान कहा जायेगा।

 SDM नीरज कौशिक ने की इसकी पुष्टि।

सैंपल व जप्त करते खाद

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