10–12 दिनों से लगभग 40 से 45 महिला-पुरूष छोटे-छोटे बच्चों के साथ रूके थे होटल के एक हाल में,प्रवासियों की भूमिका संदिग्ध मानते हुए पुलिस ने…
प्रवासियों की भूमिका संदिग्ध मानते हुए पुलिस ने इनका आइडेंटिटी चेक किया और सभी को तत्काल वापस चले जाने के निर्देश दिए.. अनजानों को रुपए के लालच में न रखें किराएदार....

@the chalta/गरीब बच्चों की मदद करने के नाम पर फर्जी संस्था की महिलाओं का गिरोह सक्रिय है। यह गिरोह शहर सहित आस-पास के इलाकों में जाकर दुकानों व लोगों से रुपए मांग रहा हैं। अंबिकापुर शहर से लगे प्रतापपुर रोड स्थित चिखलाडीह में बुधवार को आधा दर्जन महिलाएं घर-घर जाकर रुपए की मांग कर रही थीं। महिलाओं की भूमिका संदिग्ध लगने पर स्थानीय लोगों ने उनका पहचान पत्र मांगा तो महिलाएं भाग खड़ी हुईं।
कुछ महिला व युवतियां राजस्थान में गरीब बच्चों की मदद के नाम पर शहर व आस पास के क्षेत्रों में घूम-घूमकर भीक्षाटन कर रहीं थी। इनका गिरोह सक्रिय है। जो फर्राटेदार इंग्लिश बोलकर लोगों से गरीब बच्चों के नाम पर रुपए की मांग करतीं हैं।बुधवार को प्रतापपुर रोड स्थित चिखलाडीह में बुधवार को आधा दर्जन महिलाएं घर-घर जाकर रुपए की मांग कर रही थीं। महिलाओं की भूमिका संदिग्ध लगने पर स्थानीय लोगों ने उनका आइडेंटिटी मांगा तो महिलाएं भागने लगी
राजस्थान के विभिन्न जिलों से आकर महिला-पुरूष अपने बच्चों के साथ शहर के श्रीराम हॉस्पिटल रोड स्थित होटल दिहल पैलेस में रुके थे। जब इसकी जानकारी हुई तो पुलिस होटल पहुंचकर मामले की जांच की।एक हॉल में लगभग 40 से 45 महिला-पुरूष छोटे-छोटे बच्चों के साथ रूके थे। पुलिस ने इनसे पूछताछ की तो वह राजस्थान से आकर सामान बेचने व भीक्षाटन करने की बात बताई।
सरगुजा पुलिस ने बताया कि एक हॉल में 40 से अधिक महिला-पुरूष रूके थे। न तो इन्होंने और न हीं होटल संचालक द्वारा पुलिस को इसकी जानकारी दी गई थी। जबकि ये सभी 10 से 12 दिनों से रुके थे।प्रवासियों की भूमिका संदिग्ध मानते हुए इनका आइडेंटिटी चेक किया और सभी को तत्काल वापस चले जाने के निर्देश दिए।