आरक्षक की हत्या मामले में मास्टर माइंड, आरोपी ट्रैक्टर चालक गिरफ्तार ,अब तक 8 आरोपी रेत तस्कर गिरफ्तार,यूपी-झारखंड से पकड़े गए आरोपी..
पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि नसीमुल ने उनसे कहा था कि जब भी छत्तीसगढ़ की प्रशासनिक टीम अवैध रेत परिवहन रोकने की कोशिश करेगी, तो उन पर ट्रैक्टर चढ़ा देना..

@The Chalta/बलरामपुर जिले के लिबरा गांव में रेत के अवैध उत्खनन और परिवहन को रोकने पहुंची पुलिस टीम पर हुए हमले और आरक्षक शिव बचन सिंह की ट्रैक्टर से कुचलकर हत्या करने के मामले में पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इन गिरफ्तार आरोपियों में मास्टरमाइंड भी शामिल है।
अब तक इस मामले में कुल आठ आरोपियों को पकड़ा जा चुका है। हाईकोर्ट बिलासपुर द्वारा मामले का स्वतः संज्ञान लिए जाने के बाद पुलिस की सात विशेष टीमों को आरोपियों की तलाश में लगाया गया था। पकड़े गए 8 आरोपी उत्तर प्रदेश और झारखंड से गिरफ्तार किए गए हैं।
घटना 12 मई की रात करीब 11 बजे की है, जब सनावल थाना क्षेत्र के ग्राम लिबरा में कनहर नदी के घाट पर रेत के अवैध खनन की सूचना पर पुलिस और वन विभाग की संयुक्त टीम मौके पर पहुंची थी। इस दौरान, एक ट्रैक्टर चालक ने जानबूझकर आरक्षक शिव बचन सिंह को टक्कर मार दी। घायल हालत में उन्हें रामानुजगंज अस्पताल ले जाया जा रहा था, लेकिन रास्ते में ही उनकी मौत हो गई।
पुलिस की 7 टीमें लगीं थी जांच में
घटना के बाद बिलासपुर हाईकोर्ट ने स्वतः संज्ञान लेते हुए पुलिस महानिदेशक (DGP), खनिज सचिव और वन विभाग के अधिकारियों को नोटिस जारी किया था। इसके बाद आईजी दीपक झा, कलेक्टर राजेन्द्र कटारा, एसपी वैभव बैंकर और डीएफओ आलोक बाजपेयी ने घटनास्थल पहुंचकर जांच की और आरोपियों की गिरफ्तारी के निर्देश दिए थे।बलरामपुर एसपी वैभव बैंकर ने आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए 7 टीमें लगाई गई थी। पुलिस ने मामले में पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया था। पुलिस ने मामले में तीन और के साथ अब तक कुल 8 आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
एसपी वैभव बैंकर ने बताया कि पुलिस ने रेत तस्करी के मामले में नसीमुल हक उर्फ नसीम (65 वर्ष) और उसके दो बेटों हमीदुल हक उर्फ हमिद (20 वर्ष) और निजामुल हक उर्फ निजाम (26 वर्ष) को गिरफ्तार किया है। ये सभी आरोपी झारखंड के गढ़वा जिले के सेराजनगर थाना धुरकी के निवासी हैं।
बलरामपुर एसपी ने बताया कि पूछताछ में पता चला कि नसीमुल हक उर्फ नसीम मास्टर माइंड है। नसीम के कुल 9 बेटे हैं, और वे सभी इस अवैध कारोबार में शामिल हैं। उनके पास 2 ट्रैक्टर, 2 हाईवा, और 1 जेसीबी मशीन है, जिनका इस्तेमाल वह अवैध रेत उत्खनन के लिए करते हैं। नसीमुल ट्रैक्टर से अवैध रेत उत्खनन करता था और उसे झारखंड के गढ़वा जिला के परासपानी में डंप करता और वहां से रेत उत्तर प्रदेश और झारखंड में बेचता था।
हमिदुल ने ट्रैक्टर से मारी थी टक्कर
एसपी वैभव बैंकर ने जानकारी दी कि घटना के दौरान लिबरा घाट में 3 ट्रैक्टर जिनके ड्राइवर आरीफुल हक, हमीदुल हक, और उपेंद्र कोरवा पुलिस टीम को देखकर भागने की कोशिश कर रहे थे। इसी दौरान हमीदुल ने ट्रैक्टर से आरक्षक शिव बचन सिंह को टक्कर मारकर वहां से फरार हो गया। वहीं, ट्रैक्टर ड्राइवर आरीफुल हक और उपेंद्र कोरवा ने भी पुलिस टीम पर ट्रैक्टर चढ़ाने की कोशिश की थी।पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि नसीमुल ने उनसे कहा था कि जब भी छत्तीसगढ़ की प्रशासनिक टीम अवैध रेत परिवहन रोकने की कोशिश करेगी, तो उन पर ट्रैक्टर चढ़ा देना।
पहले पकड़े जा चुके हैं पांच आरोपी
पुलिस ने पहले ही आरीफुल हक (24 वर्ष), जमील अंसारी (41 वर्ष), उपेंद्र कोरवा (25 वर्ष), शकील अंसारी (22 वर्ष), और अकबर अंसारी (50 वर्ष) को गिरफ्तार कर लिया गया था। अब तक कुल 8 आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है।
जिनकी शिकायत हुई, वे पुलिस गिरफ्त से बाहर
बलरामपुर एसपी ने बताया कि नसीमुल हक इस रेत तस्करी का मुख्य सरगना है। हालांकि, लिबरा के ग्रामीणों की शिकायत में रोहित यादव, विश्वकर्मा जी, और शमशाद मोहम्मद का नाम भी रेत तस्करी के मास्टरमाइंड के रूप में लिया गया था। ग्रामीणों के अनुसार, ये तस्कर रोज 500 ट्रैक्टर रेत की तस्करी कर रहे थे। पुलिस द्वारा अब तक की कार्रवाई पूरी मानी जा रही है। प्रशासनिक और पुलिस की कड़ाई के बाद अब रेत तस्करी इन घाटों में बंद हो गई है।