समाधान शिविर बना सुशासन की मिसाल, खड़गांव व गेरसा में जनसमस्याओं का हुआ निराकरण
मुख्यमंत्री की पहल पर आमजन को मिल रही राहत, मांग और शिकायतों के त्वरित समाधान से नागरिकों का बढ़ा भरोसा

अम्बिकापुर 16 मई 2025/ छत्तीसगढ़ शासन की जनकल्याणकारी योजनाओं में पारदर्शिता और त्वरित समाधान की दिशा में सुशासन तिहार के अंतर्गत शुक्रवार को मैनपाट विकासखंड के खड़गांव और सीतापुर विकासखंड के गेरसा में समाधान शिविरों का आयोजन किया गया। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय की पहल पर आयोजित सुशासन तिहार जनसमस्याओं के त्वरित निराकरण की दिशा में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। आयोजित समाधान शिविर में क्षेत्रीय विधायक श्री रामकुमार टोप्पो , स्थानीय जनप्रतिनिधि गण एवं कलेक्टर श्री विलास भोसकर सहित प्रशासनिक अधिकारी उपस्थित रहे।
खड़गांव समाधान शिविर में 13 ग्राम पंचायतों को मिलाकर एक सेक्टर में बनाया गया था जिसमें खडगांव, पेंट, पिडिया, कुनकुरीखुर्द, चिडापारा, रजखेता, चैनपुर, कतकालो, बंदना, उडुमकेला, कोट, जजगा और काराबेल ग्राम पंचायत शामिल थे, समाधान शिविर में सुशासन तिहार के प्रथम चरण में प्राप्त मांग और शिकायतों के आवेदनों की जानकारी हितग्राहियों को दी गई। साथ ही मांग और शिकायतों के आवेदन भी लिए गए।
विभागवार मांग और शिकायतों के 2753 आवेदन पत्र प्राप्त हुए हैं, जिनमें से 2750 आवेदन मांग से संबंधित तथा 3 आवेदन शिकायतों से प्राप्त हुए थे। प्राप्त आवेदनों का शत-प्रतिशत निराकरण किया जा चुका है,
सीतापुर विधायक श्री रामकुमार टोप्पो ने राशनकार्ड फर्जीवाड़े की शिकायत पर कार्यवाही की जानकारी ली। जिस पर खाद्य विभाग इंस्पेक्टर ने बताया कि शिकायत पर तत्काल निराकरण करते हुए तीन राशनकार्ड अनैतिक पाए जाने पर विलोपित कर दिया गया है। इस दौरान विधायक श्री टोप्पो ने समस्याओं का समाधान होने पर हितग्राहियों को प्रमाण पत्र प्रदाय करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय की सराहनीय पहल पर प्रदेश सुशासन तिहार मना रहा है। जिसके तहत आम नागरिकों की समस्याओं का समाधान किया जा रहा है।
कलेक्टर श्री विलास भोसकर ने हितग्राही से प्राप्त आवेदनों की जानकारी देते हुए बताया कि आपने जो भी सुशासन तिहार के पहले चरण में मांग और शिकायतों का आवेदन दिया था, उसे प्राथमिकता से निराकरण किया गया है। जो भी आवेदन दस्तावेजों के अभाव में लंबित है उस पर कार्यवाही जारी है। इस दौरान खड़गांव ग्राम पंचायत की महिलाओं ने पेयजल समस्या को लेकर लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग को दिए आवेदन के बारे में कलेक्टर को बताया, जिस कलेक्टर ने पीएचई विभाग के एसडीओ से जानकारी मांगी, उनके वाटर लेबल कम होने का हवाल देने पर नाराज़गी जताई। और तत्काल हेडपंप में पाइप का विस्तार कर समस्या का निराकरण कर रिपोर्ट देने के निर्देश दिए। साथ आवेदिका महिलाओं को निराकरण नहीं होने पर इसकी सूचना देने को कहा।
समाधान शिविरों में बड़ी संख्या में ग्रामीणों की उपस्थिति देखने को मिली। समक्ष रखा और उन्हें समाधान मिलने पर संतोष व्यक्त करते हुए सुशासन की घंटी बजाकर खुशी व्यक्त की। साथ ही उपस्थित सभी आम नागरिकों को नशामुक्ति हेतु शपथ दिलाई गई। सुशासन तिहार के माध्यम से सरकार और जनता के बीच की दूरी कम हो रही है और शासन की योजनाएं आमजन तक प्रभावी ढंग से पहुंच रही हैं।