तमोर पिंगला टाइगर रिजर्व में गूंजेगी अब बाघ की दहाड़
गुरु घासीदास-तमोर पिंगला टाइगर रिजर्व राज्य का नया और महत्वपूर्ण टाइगर रिजर्व है,कसडोल क्षेत्र से पकड़े गए बाघ को सुरक्षित छोड़ा गया,जहां उसकी दहाड़ अब इस संरक्षित क्षेत्र में गूंजेगी
सरगुजा/सुरजपुर 29/11/2024
बलौदाबाजार बारनवापारा वन क्षेत्र में पिछले आठ महीनों से विचरण कर रहे नर बाघ को रेस्क्यू कर वन विभाग ने आज सुरक्षित रूप से छत्तीसगढ़ के गुरू घासीदास-तमोर पिंगला टाइगर रिजर्व के कोर क्षेत्र में छोड़ दिया। यह बाघ कसडोल तहसील के पारस नगर सेक्टर से पकड़ा गया था।
वन विभाग को जानकारी मिली थी कि बाघ कसडोल के ग्राम कोट तक पहुंच गया है। इसके बाद विभाग की टीम ने रेस्क्यू ऑपरेशन चलाकर उसे सुरक्षित पकड़ा। आज इस बाघ को छत्तीसगढ़ के नए टाइगर रिजर्व, गुरू घासीदास-तमोर पिंगला, में छोड़ा गया, जहां उसकी दहाड़ अब इस संरक्षित क्षेत्र में गूंजेगी।
गुरू घासीदास-तमोर पिंगला टाइगर रिजर्व राज्य का नया और महत्वपूर्ण टाइगर रिजर्व है, जो बाघों के संरक्षण और उनके सुरक्षित आवास के लिए बनाया गया है। वन विभाग ने बाघ को रेस्क्यू करने और सुरक्षित स्थानांतरित करने की प्रक्रिया को सफलतापूर्वक पूरा किया। अब यह क्षेत्र बाघ के प्राकृतिक आवास के रूप में अपनी भूमिका निभाएगा।