सीतापुर क्षेत्र निवासी स्कूल बस चालक की बेटी बनी सब इंस्पेक्टर, सरपंच सहित पूरे गांव में हर्ष…
सफलता उन्हें मिलती है जो मेहनत करते हैं और कभी हार नहीं मानते: सुनैना मिंज
हर पेशे में कामयाब तो बहुत से लोग होते हैं. लेकिन दुनियाभर में कहानियां सिर्फ कुछ पर ही लिखी जाती है. ऐसा इसीलिए क्योंकि उनका सफर बाकियों की तुलना में ज्यादा लंबा और मुश्किल होता है. कामयाबी की मंजिल पर खड़े वे तमाम लोग पहुंचे तो एक पायदान पर होते हैं, लेकिन जिनकी कहानियां लिखी जाती हैं, उनका सफर अलग होता है. आज की कहानी में आप मिलेंगे छत्तीसगढ़ सरगुजा सीतापुर के ग्राम पंचायत सूर की रहने वाली सुनैना मिंज से. वह छत्तीसगढ़ सब इंस्पेक्टर परिक्षा पास कर के सब इंस्पेक्टर बनी हैं. सुनैना के पिता सनातन मिंज पेशे से स्कूल बस चालक हैं।
सुनैना अपने पिता के संघर्ष बचपन से ही देखी . उनकी 12वीं तक पढ़ाई अपने गांव सूर के केन मेमोरियल स्कूल से हुई. इसके बाद ग्रेजुशन गुरु घासीदास विश्वविद्यालय बिलासपुर से की. ग्रेजुएशन के बाद आनलाईन व सेल्फ स्टडी के साथ फिजिकल गांव सब में तैयारी कर अपने मुकाम के पहले पायदान पर सफलता प्राप्त की और सब इंस्पेक्टर बनी।
ग्राम पंचायत सूर की सुनैना मिंज का सब इंस्पेक्टर के पद पर चयन होने से ग्राम पंचायत में हर्ष व्याप्त है, पिता सनातन मिंज केन मेमोरियल सूर के स्कूल में ड्राइवर हैं और माता भी वही हॉस्टल मेट्रन है , उनके छोटा भाई यश मिंज पिछले वर्ष सफलता प्राप्त कर वर्ग दो में मैनपाट विकास खण्ड में पदस्थ हैं। पुरे ग्राम पंचायत सूर की ओर से सरपंच ने बधाई एवं शुभकामनाएं दी साथ ही उनके उज्जवल भविष्य की कामना की हैं।
सुनैना मिंज ने छात्रों को संदेश देते हुए कहा सफलता उन्हें मिलती है जो मेहनत करते हैं और कभी हार नहीं मानते।। मेरी सफलता का राज मेहनत करना और कभी हार न मानने की मेरी प्रवृत्ति है