सर्व आदिवासी समाज ने अंबिकापुर से सीतापुर तक निकाली न्याय यात्रा, SDM को सौंपा ज्ञापन और मांगा है न्याय
मृतक की पत्नी ने 2 दिन पूर्व ही राष्ट्रपति के नाम एसडीएम को ज्ञापन सौंपकर 2 अक्टूबर को आत्मदाह करने की मांगी अनुमति, दो सप्ताह से मृत संदीप का मरच्यूरी में पड़ा है शव
सीतापुर के ग्राम बेलजोरा निवासी संदीप का शव पिछले दो सप्ताह से मरच्यूरी में पड़ा हुआ है। संदीप के मुख्य हत्यारे की गिरफ्तारी जब तक नहीं हो जाती, तब तक परिजन उसके शव का अंतिम संस्कार नहीं करने का प्रण लिये हैं। मुख्य आरोपी की गिरफ्तारी व मृतक की पत्नी को उचित मुआवजा व नौकरी की मांग को लेकर परिजन सर्व आदिवासी समाज के साथ सीतापुर में अनिश्चितकालीन धरना पर बैठें हैं। इसी बीच बुधवार को सर्व आदिवासी समाज ने अंबिकापुर कला केन्द्र मैदान से सीतापुर तक न्याय यात्रा निकाली।
सीतापुर में न्याय यात्रा के दौरान सर्व आदिवासी समाज के पदाधिकारी ने कहा कि पूरे मामले में पुलिस ने लापरवाही बरती है। घटना होने के बाद भी पुलिस मुख्य आरोपी को अब तक नहीं गिरफ्तार कर पा रही है। समाज के लोगों ने कहा कि अगर 2 अक्टूबर तक न्याय नहीं मिला तो पूरे प्रदेश में आंदोलन किया जाएगा।
वहीं समाज के लोगों ने मामले में लापरवाही का आरोप लगाते हुए सीतापुर SDOP को हटाने की मांग की है। वहीं 2 दिन पूर्व मृतक की पत्नी ने लचर कानून व्यवस्था व न्याय न मिलने का आरोप लगाकर अपने 2 मासूम बेटों के साथ आत्मदाह की चेतावनी दी है।
ग्राम बेलजोरा निवासी राजमिस्त्री दीपेश उर्फ संदीप लकड़ा का सीतापुर बंदना निवासी ठेकेदार अभिषेक पांडेय ने अपने 5 कर्मचारियों के साथ मिलकर छड़ व सीमेंट चोरी का आरोप लगाकर 7 जून को हत्या कर दी थी। इसके बाद 8 जून को उसका शव मैनपाट के लुरैना बड़वापाट स्थित पानी टंकी के फाउंडेशन के नीचे दफन कर दिया था।
मृतक के परिजनों व सर्व आदिवासी समाज द्वारा पुलिस पर दबाव बनाए जाने के बाद 6 सितंबर को संदीप की लाश मिली थी। पुलिस ने घटना में शामिल 5 आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है। वहीं मुख्य आरोपी अभिषेक पांडेय अभी भी फरार है।