विकास खण्ड शिक्षा अधिकारी ने शालाओं का किया औचक निरीक्षण
चन्द्रदीप तिग्गा को हायर सेकंडरी उलकिया का मिला प्रभारी प्राचार्य के दायित्व का निर्वहन करने हेतु जिम्मेदारी।।
सीतापुर: विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी सीतापुर श्री मिथिलेश सिंह सेंगर एवं सहायक विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी श्री महेश सोनी के द्वारा हायर सेकंडरी उलकिया, माध्यमिक शाला उलकिया का आकस्मिक निरीक्षण किया गया हायर सेकंडरी उलकिया के बच्चों का शैक्षणिक स्तर सन्तोषप्रद नही पाया गया जिसके लिये प्राचार्य व पूरे स्टाफ को पन्द्रह दिवस में शैक्षणिक गुणवत्ता सुधारने हेतु निर्देशित किया गया, प्रभारी प्राचार्य श्री मोहन शास्त्री द्वारा प्राचार्य के दायित्व निर्वहन करने में असमर्थता जाहिर की गई जिसके कारण वरिष्ठता क्रम में श्री चन्द्रदीप तिग्गा को प्रभारी प्राचार्य के दायित्व का निर्वहन करने हेतु जिम्मेदारी दी गयी ,मा.शा उलकिया का शैक्षणिक गुणवत्ता सामान्य पाया गया, कमजोर बच्चों को चिन्हांकन कर विषय शिक्षको को एक माह में न्यूनतम अधिगम स्तर पर लाने के निर्देश दिये गए, प्राथमिक शाला छिपनियापारा का निरीक्षण में बच्चों का स्तर अच्छा पाया गया, कक्षा 4थी व 5वी के बच्चों को और अधिक ध्यान देने हेतु कक्षा शिक्षक को निर्देशित किया गया, परिसर की स्वच्छता पर संतोष व्यक्त किया गया, प्राथमिक शाला बरबहला में बच्चों की शैक्षणिक गुणवत्ता सामान्य पाई गई, विद्यालय की साफ सफाई,व्यवस्था पर संतोष व्यक्त किया गया साथ ही बच्चों के शैक्षिक स्तर को बढ़ाने हेतु कार्ययोजना के साथ अध्यापन कार्य करने हेतु कहा गया, मा शा बरबहला के निरीक्षण में सभी बच्चो के कक्षा अधिगम स्तर पर नही होने के कारण नाराजगी जाहिर की गयी, और अधिक ध्यान देने हेतु निर्देश दिया गया अधिकारियों द्वारा अपरान्ह 1.10 बजे मध्यान्ह भोजन अवकाश में बच्चों के साथ बैठकर मध्यान्ह भोजन भी ग्रहण किया गया व प्रतिदिन मीनू अनुसार ही mdm बनवाने हेतु कहा गया, मा शा/प्रा शा गांडाबहरी के निरीक्षण के दौरान बच्चों के खराब स्तर पर गहरी नाराजगी व्यक्त किया गया साथ ही सभी को कारण बताओ नोटिस जारी करते हुए एक माह का वेतन रोकने की कार्यवाही की गई और एक महीना के अंदर गुणवत्ता सुधार कर पुनः निरीक्षण के लिये सूचित करने हेतु कहा गया| प्राशा/ माशा गुतुरमा का निरीक्षण किया गया बच्चों का शैक्षिक स्तर सामान्य पाया गया शिक्षकों को और मेहनत करते हुए विषय वस्तु की बेसिक चीजों को क्लियर कराने हेतु निर्देश दिया गया, सभी शालाओ में बच्चों के शैक्षणिक विकास को दर्शाने हेतु विद्यार्थी विकास सूचकांक तैयार कर कक्षा में डिसप्ले करने हेतु कहा गया।