मांड नदी में मीली अज्ञात लाश को दफनाते ही कुछ घंटे बाद हुई शिनाख्त
मृतक बतौली थाना क्षेत्र के ग्राम चिरगा निवासी मस्तराम पैंकरा आ० गड़ाराम पैंकरा, उम्र 54 वर्ष था। मृतक लंबे समय से मानसिक रूप से विक्षिप्त था।
दो दिन पूर्व मांड नदी में एक अज्ञात व्यक्ति की लाश पाई गई थी। जिसकी शिनाख्त हो गई है। मृतक मानसिक रूप से विक्षिप्त था। जो कुछ दिन पहले घर से बिना बताए निकला था। इसी बीच भटकते हुए वो नदी की चपेट में आ गया। जहाँ डूबने से उसकी मौत हो गई।
जानकारी के अनुसार सीतापुर थाना क्षेत्र के ग्राम महेशपुर में एक दिन पूर्व मांड नदी में एक अज्ञात व्यक्ति की लाश मिली थी। डूबने के बाद नदी में पड़े रहने की वजह से लाश पूरी तरह सड़ गई थी। जिससे काफी दुर्गंध उठ रही थी। स्थानीय लोगों की नजर पड़ते ही उन्होंने थाने में इसकी सूचना दे दी। सूचना के बाद मौके पर पहुँची पुलिस की मौजूदगी में लाश को नदी से बाहर निकाला गया। जिसके बाद स्थानीय लोगो से उसकी शिनाख्त कराई गई। लाश की हालत इतनी बदतर हो चुकी थी कि वो पहचान में नही आ रहा था। जिसकी वजह से उसकी शिनाख्त नहीं हो पा रही थी। शिनाख्ती के अभाव में उस अज्ञात लाश को पुलिस की उपस्थिति में दफना दिया गया।
पुलिस द्वारा लाश दफनाते ही कुछ घँटे बाद उसकी शिनाख्त हो गई। परिजनों ने मृतक के कपड़े और उसके हाथ मे नकली घड़ी से उसकी शिनाख्त की है। मृतक बतौली थाना क्षेत्र के ग्राम चिरगा निवासी मस्तराम पैंकरा आ० गड़ाराम पैंकरा, उम्र 54 वर्ष था। मृतक लंबे समय से मानसिक रूप से विक्षिप्त था। जो अक्सर बिना बताए घर से निकल जाता था। 14 अगस्त को भी वह घर से बिना बताए निकल गया था। जिसके बाद वो भटकते हुए ग्राम महेशपुर को ओर चला गया। संभावना जताई जा रही है कि नदी पार करने के दौरान वह मांड नदी की चपेट में आ गया। जहाँ डूबने से उसकी मौत हो गई।