रजत महोत्सव में चमका छत्तीसगढ़ का आसमान: सूर्यकिरण टीम ने दिखाया वायुसेना का अद्भुत पराक्रम
नवा रायपुर में राज्योत्सव के अवसर पर भारतीय वायुसेना की सूर्यकिरण एरोबैटिक टीम का शानदार प्रदर्शन — छत्तीसगढ़ के गौरव पुत्र गौरव पटेल बने आकर्षण का केंद्र, बॉम्ब बर्स्ट से लेकर हार्ट-इन-द-स्काई तक हर करतब ने जीता दिल।

The Chalta/छत्तीसगढ़ के रजत महोत्सव के अवसर पर नवा रायपुर का आसमान आज भारतीय वायुसेना के अदम्य साहस, अनुशासन और पराक्रम का प्रतीक बन गया। राज्योत्सव के तहत आयोजित एरो शो में भारतीय वायुसेना की सूर्यकिरण एरोबैटिक टीम (Suryakiran Aerobatic Team) ने अपने रोमांचक हवाई करतबों से हर दर्शक का मन मोह लिया।

आकाश में उकेरे गए “बॉम्ब बर्स्ट”, “हार्ट-इन-द-स्काई” और “एरोहेड फॉर्मेशन” जैसे करतबों ने भारतीय वायुसेना की तकनीकी दक्षता और आत्मनिर्भरता की झलक प्रस्तुत की। पूरा नवा रायपुर वायुसेना के जांबाज़ों के इस अद्भुत प्रदर्शन से गूंज उठा।

इस ऐतिहासिक शो में छत्तीसगढ़ के बेटे और किसान पुत्र गौरव पटेल ने भी बतौर वायुयोद्धा भाग लिया। उनकी भागीदारी ने पूरे प्रदेश का गौरव बढ़ाया और युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत बनी।

राज्य की 25वीं वर्षगांठ पर आयोजित यह भव्य एरो शो न केवल उत्सव का प्रतीक बना, बल्कि इसने यह संदेश भी दिया कि छत्तीसगढ़ का आसमान भी अब माँ भारती के वीरों की उड़ान का गवाह बन चुका है।

यह आयोजन धरती से लेकर आसमान तक छत्तीसगढ़ की पहचान और तिरंगे के गौरव को नई ऊँचाइयाँ देने वाला साबित हुआ- मुख्यमंत्री विष्णु देव साय।
जय हिंद!
जय छत्तीसगढ़!

जानकारी बॉक्स: सूर्यकिरण एरोबैटिक टीम का इतिहास
- स्थापना वर्ष: 1996
- मूल स्थान: बेंगलुरु (कर्नाटक)
- विमान प्रकार: हॉक Mk-132 एडवांस जेट ट्रेनर
- विशेषता: नौ विमानों के समूह में एक साथ हवाई करतब करने वाली भारत की एकमात्र एरोबैटिक टीम।
- प्रेरणा: “The Sun Never Sets on the Indian Sky” — साहस, सटीकता और समर्पण का प्रतीक।



