दोहरी धड़कनें थम गईं: गर्भवती महिला की पीटकर हत्या, जजगा के कठरापारा में घर बना दर्द का आखिरी पड़ाव
पड़ोसियों की सूचना पर खुला बंद कमरे का सच, मां के साथ सात माह का अजन्मा शिशु भी नहीं बच सका, आरोपी पति गिरफ्तार
The Chalta/जजगा के कठरापारा में शुक्रवार की दोपहर एक ऐसा हादसा हुआ जिसने पूरे गांव की हवा तक भारी कर दी। एक सात माह की गर्भवती महिला, जो अपने भीतर एक नई जान की सांसें लिए घूम रही थी, उसी घर में मौत के हवाले कर दी गई जिसे कभी उसने अपना सुरक्षित ठिकाना समझा था। हत्या के आरोप में उसका पति गिरफ्तार किया गया है।

सीतापुर थाना प्रभारी निरीक्षक सीआर चंद्रा ने बताया कि, 7 नवंबर 2025, दोपहर करीब 2 बजे, आरोपी राजीव दास महंत (34) अपने घर लौटा। उसकी छोटी किराना दुकान खुली थी, पिछला दरवाजा भी खुला पड़ा था, लेकिन उसकी पत्नी कहीं दिखाई नहीं दी। एक आवाज भर में उसे बताया गया कि वह मायके चली गई है। बस इतना सुनना था कि राजीव के मन में पहले से जमा शक और गुस्सा उबल पड़ा। उसे लगता था कि पड़ोसी ही उसकी पत्नी को मायके जाने के लिए उकसाते हैं, ताकि वह शराबी पति से दूर रह सके।
पत्नी का मायका घर से मुश्किल से दो किलोमीटर दूर है, लेकिन उस दिन की दूरी दो जिंदगियों की उम्र जितनी लंबी पड़ गई। राजीव मायके गया, उसे मनाकर घर लाया, और फिर घर की चारदीवारी के भीतर वह करतूत कर दी जिसे सुनकर गांव की रीढ़ सुन्न हो गई।

रात ढलती गई, लेकिन घर में कोई हलचल नहीं। पड़ोसियों को यह सन्नाटा बेचैन कर गया। उन्होंने 112 पर कॉल किया। पुलिस और 108 की टीम पहुंची, ताला तोड़ा, और जो देखा वह किसी की भी आत्मा हिला दे।
कमरे के अंदर महिला निर्जीव पड़ी थी
पोस्टमार्टम की शॉर्ट रिपोर्ट ने दर्द की एक और परत खोल दी। मृतका सात माह की गर्भवती थी। मां के साथ वह छोटा सा शिशु भी दुनिया में आने से पहले ही बुझ गया, जैसे किसी ने दो धड़कनों की लौ एक साथ फूंक मारकर बुझा दी हो।

पुलिस ने मामले में धारा 103(1) बीएनएस के तहत अपराध दर्ज कर आरोपी राजीव दास महंत को गिरफ्तार कर लिया है। जांच जारी है।

गांव में आज सिर्फ चर्चा नहीं, गहरा सन्नाटा है। लोग कहते हैं कि कभी-कभी घर ही सबसे खतरनाक जगह साबित हो जाता है, और किसी अजन्मी जान को इससे बड़ा अन्याय कोई नहीं मिलता।



