सात माह का सपना भी साथ बुझ गया… पति की बेरहमी ने दो धड़कनें हमेशा के लिए रोक दीं
जजगा कठरापारा में 27 वर्षीय गर्भवती युवती की हत्या, माँ और गर्भस्थ शिशु दोनों की मौत; गांव स्तब्ध, परिवार टूट गया
The Chalta/सीतापुर/जजगा कठरापारा गाँव की सुबह आज दर्द की एक लंबी लकीर लेकर उगी। 27 वर्षीय मनदोसिया, जो अपने भीतर सात माह का नन्हा जीवन पाल रही थी, एक ऐसे अंत तक पहुंच गई जिसकी कल्पना करना भी भारी है। उसका पति राजीव दास उम्र 34 वर्ष ने, जिसने कभी भरोसे का नाम लिया होगा, उसी ने उसे कठोर वस्तु से पीट पीटकर मार डाला।

सीतापुर पुलिस ने मर्ग पंचनामा के बाद शव को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भेजा।पोस्टमॉर्टम करने वाले डॉक्टर मार्टिन निकुंज की बातों ने दिल और भारी कर दिया। उन्होंने बताया कि मनदोसिया के पूरे शरीर पर गंभीर चोटों के निशान थे। और उसके गर्भ में पल रहा लगभग एक किलो का मासूम शिशु भी मृत मिला।जो जिंदगी अभी हवा में अपना पहला साँस भी नहीं ले पाई थी, वो भी हिंसा की इस आँधी में बह गई।

परिवार के रोने की आवाजें मर्च्युरी की दीवारों से टकराकर लौट रही थीं। बाप अपनी बेटी के लिए बस एक ही सवाल बार-बार पूछ रहा था “मेरी बेटी का दोष क्या था?”

गाँव की औरतें दरवाज़े पर खड़ी थीं, कोई बोल नहीं पा रहा था।हर कोई यह सोचकर सन्न था कि पत्नी पर इतनी क्रूरता कैसे उतर आई।
आरोपी राजीव दास पुलिस के कब्जे में
पुलिस ने आरोपी राजीव दास को गिरफ्तार कर लिया है और आगे की कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी है।लेकिन गाँव के लोग जानते हैं कि कानून अपनी प्रक्रिया पूरी कर भी दे,फिर भी यह खालीपन…यह टूटन…कभी नहीं भरेगी।



