मैनपाट: धर्मांतरण प्रकरण में बड़ी कार्रवाई, महिला के खिलाफ FIR दर्ज
6 नाबालिग बालिकाओं को चर्च ले जाते पकड़ी गई महिला, छत्तीसगढ़ धर्म स्वतंत्रता अधिनियम की धारा 5(क) के तहत मामला दर्ज

अंबिकापुर। मैनपाट क्षेत्र में कथित धर्मांतरण के एक मामले में आज कमलेश्वरपुर पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए आरोपी महिला आरती मांझी के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। यह कार्रवाई धर्म रक्षा समिति के खंड संयोजक दिलवर यादव की शिकायत पर की गई है, जिन्होंने ग्राम केसरा निवासी होते हुए इस मामले को प्रकाश में लाया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, आरोपी महिला आरती मांझी, ग्राम सरभंजा के मांझी परिवार की 6 नाबालिग बालिकाओं को बरिमा स्थित चर्च में बपतिस्मा (बपतिस्मा संस्कार) कराने के लिए ले जा रही थी। इस दौरान परिजनों को इसकी कोई जानकारी नहीं थी। परिजनों का आरोप है कि महिला ने बच्चियों को बहलाफुसला कर और प्रलोभन देकर चर्च ले जाने का प्रयास किया।
घटना की गंभीरता को देखते हुए, धर्म रक्षा समिति के संयोजक दिलवर यादव ने ग्रामीणों के सहयोग से महिला को रविवार को पकड़ा और पुलिस को सूचित किया। इसके बाद कमलेश्वरपुर पुलिस ने नाबालिग बालिकाओं के परिजनों के बयान दर्ज किए, जिसमें परिजनों ने भी आरोपों की पुष्टि की।
पुलिस ने मामले की जांच के उपरांत आरोपी महिला आरती मांझी के विरुद्ध छत्तीसगढ़ धर्म स्वतंत्रता अधिनियम की धारा 5(क) के तहत मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस का कहना है कि प्रकरण की विवेचना जारी है और आवश्यक कानूनी कार्रवाई की जा रही है।
गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ में धर्मांतरण से संबंधित मामलों को लेकर पहले से ही सामाजिक व राजनीतिक स्तर पर संवेदनशीलता बनी हुई है। इस घटना के बाद क्षेत्र में एक बार फिर से धर्मांतरण को लेकर बहस तेज हो गई है।