संसाधन नहीं तो काम नहीं:17 सूत्रीय मांगों को लेकर तहसीलदार संघ के हड़ताल से कामकाज हो रहा प्रभावित….
एक दिवसीय जिला स्तरीय धरना प्रदर्शन का आयोजन अंबिकापुर के कला केंद्र मैदान में किया गया था...

The chalta/सीतापुर में भी तहसीलदार संघ के द्वारा 17 सूत्रीय मांगों को लेकर आज से तीन दिवसीय कलम बंद हड़ताल पर चले गए है। जिले के अंबिकापुर धरना स्थल पर तहसीलदार संघ द्वारा एक दिवसीय जिला स्तरीय धरना प्रदर्शन किया गया और चेतावनी भी दी है कि यदि उनकी मांगें नहीं मानी गईं तो वे आगे भी आंदोलन जारी रखेंगे।वही तहसीलदारों के इस हड़ताल से कामकाज भी प्रभावित हुआ है।
जानकारी अनुसार सरगुजा जिले में भी आज तहसीलदारों ने कनिष्ठ प्रशासनिक सेवा संघ के बैनर तले अंबिकापुर कला केंद्र मैदान के धरना स्थल में जिला स्तरीय धरना प्रदर्शन किया गया, आज से तीन दिवसीय कलम बन्द हड़ताल में उतर गए है,, आज एक दिवसीय धरना प्रदर्शन किया गया। तहसील कार्यालयों में कार्यरत अधिकारियों को न केवल तकनीकी और मानवीय संसाधनों की भारी कमी है और ये उसी कमी के बीच काम करने को मजबूर है।
शासकीय वाहन, सुरक्षा और प्रशासनिक सहयोग जैसे बुनियादी साधनों का भी अभाव है तहसीलदार संघ की माने तो अभी उनकी हड़ताल शान्ति पूर्ण तरीके से है अगर उनकी मांगों पर ध्यान नही दिया गया तो आगे संघ के दिशा निर्देशों के बाद आगे की रूप रेखा तैयार कर योजनाबद्ध तरीके से अपनी मांगों को लेकर शासन के सामने रखा जाएगा।
संघ की मांग तहसील कार्यालयों में कंप्यूटर ऑपरेटर, राजस्व निरीक्षक, भृत्य, वाहन चालक, पटवारी जैसे पदों की तत्काल पदस्थापना। नायब तहसीलदार को राजपत्रित अधिकारी घोषित करना। ग्रेड पे में लंबित संशोधन को शीघ्र पूर्ण करना। तहसीलों के लिए शासकीय वाहन की उपलब्धता या वाहन भत्ता। बिना विधिसम्मत प्रक्रिया के निलंबित अधिकारियों की 15 दिन में बहाली। न्यायालयीन मामलों में FIR दर्ज न करना और न्यायाधीश प्रोटेक्शन एक्ट के अनुसार कार्रवाई सुनिश्चित करना। तहसीलदार संघ की हड़ताल से आज तहसील कार्यालयों में कामकाज भी प्रभावित रहा।