आठ दिन बाद टूटा इंतज़ार: शव निरीक्षण के बाद परिजनों ने ली सुपुर्दगी, न्याय की उम्मीद में लौटा परिवार
कस्टडी में हुई युवक की संदिग्ध मौत पर परिजनों के आरोप कायम, तहसीलदार व डॉक्टरों की टीम की मौजूदगी में हुआ शव निरीक्षण; अंतिम संस्कार के लिए शव नकना रवाना, मजिस्ट्रियल जांच जारी

सीतापुर/बलरामपुर।
बलरामपुर पुलिस अभिरक्षा में हुई युवक की मौत मामले में आठ दिनों के तनाव, इंतज़ार और दर्द के बाद परिजनों ने आज शव का निरीक्षण किया और उसे अंतिम संस्कार हेतु सुपुर्द ले लिया। निरीक्षण की प्रक्रिया तहसीलदार रूपाली मेश्राम और तीन सदस्यीय डॉक्टरों की टीम की मौजूदगी में पूरी की गई।

मामला बलरामपुर की एक ज्वेलरी शॉप में चोरी के आरोप में नौ लोगों को कस्टडी में लेने से शुरू हुआ था। इसी दौरान एक युवक की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। परिजनों का आरोप है कि पुलिस द्वारा मारपीट के कारण उसकी जान गई, जबकि पुलिस बीमारी को मौत का कारण बता रही है। इस विरोधाभास के बीच मामला लगातार संवेदनशील बना हुआ है।

शव निरीक्षण के उपरांत परिजनों ने भारी मन से शव की सुपुर्दगी स्वीकार की और उसे अंतिम संस्कार के लिए नकना ले गए। इधर, मजिस्ट्रियल जांच की प्रक्रिया जारी है और परिजन अब न्यायालय की कार्रवाई पर भरोसा जताते हुए न्याय की उम्मीद लगाए हुए हैं।

परिजनों ने कहा — “अब न्याय की लड़ाई कोर्ट से लड़ेंगे।”



