पहुंचविहीन” कहलाने वाला क्षेत्र अब विकास की राह पर-वर्षों से पिछड़े क्षेत्रों में सड़क, पुल, स्कूल व पेयजल जैसी
सीतापुर विधायक रामकुमार टोप्पो ने दमाली, परसाकछार और बकरलोटा का पैदल भ्रमण किया, वर्षों से पिछड़े क्षेत्रों में सड़क, पुल, स्कूल व पेयजल जैसी सुविधाओं का रास्ता खुला

The Chalta/सीतापुर। 08 नवंबर 2025।सीतापुर विधानसभा क्षेत्र के माननीय विधायक श्री रामकुमार टोप्पो ने गुरुवार को दमाली, परसाकछार और बकरलोटा जैसे दुर्गम और लंबे समय से “पहुंचविहीन” माने जाने वाले ग्राम क्षेत्रों का दौरा किया। यह भ्रमण दोपहर 1 बजे से शाम 8 बजे तक लगातार पैदल जारी रहा।
विधानसभा जीत के बाद इन दूरस्थ क्षेत्रों का यह उनका चौथा दौरा है, जो इस बात का संकेत है कि जनप्रतिनिधि स्वयं कठिन परिस्थितियों में पहुंचकर समस्याओं को समझने और हल निकालने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

इन गांवों में अब तक सड़क, पेयजल, बिजली, स्कूल भवन और आंगनबाड़ी जैसी बुनियादी सुविधाओं का भारी अभाव रहा है। सड़क न होने के कारण प्रधानमंत्री आवास योजना के लाभ भी यहां के लोगों तक ठीक से नहीं पहुंच पाए थे।
अब स्थिति बदलने लगी है। विधायक श्री टोप्पो ने क्षेत्र में कई महत्वपूर्ण विकास कार्यों को मंजूरी दिलाई है:
• बकरलोटा मुख्य नदी पर पुल निर्माण का प्रस्ताव बजट में स्वीकृत, वित्तीय मंजूरी जल्द मिलने की संभावना।
• दमाली से परपाटिया तक सड़क निर्माण का प्रस्ताव भी बजट में शामिल।
• विद्यालय भवन निर्माण के लिए 19 लाख रुपये की स्वीकृति, अब स्कूल किसी के घर में नहीं बल्कि अपने भवन में संचालित होगा।
• नए हैंडपंप स्वीकृत, जिन बस्तियों में अभी भी पेयजल की जरूरत है वहां सर्वे कराकर मंजूरी दी गई है।
• बिजली विभाग को निर्देश, जहां बिजली नहीं पहुंची है वहां तुरंत सर्वे कर कार्यवाही करें।
• आंगनबाड़ी भवन निर्माण के लिए शासन को प्रस्ताव भेजा गया है।

दौरे के दौरान विधायक श्री टोप्पो ने कहा,
“हमारा संकल्प है कि सीतापुर विधानसभा का कोई भी कोना विकास से वंचित न रहे। आजादी के 76 साल बाद भी जो क्षेत्र मूलभूत सुविधाओं से दूर थे, वे अब मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय जी के नेतृत्व में विकास की मुख्यधारा से जुड़ेंगे।”
उन्होंने यह भी बताया कि वे लगातार पैदल चलकर गांवों का निरीक्षण कर रहे हैं ताकि हर समस्या को वास्तविक रूप से समझा जा सके और उसका समाधान जमीनी स्तर पर लागू हो।
यह वही क्षेत्र है जहां कभी मरीजों को चारपाई पर उठाकर ले जाना पड़ता था, पर अब यही “पहुंचविहीन” इलाका तेजी से विकास पथ पर आगे बढ़ रहा है। जल्द सड़क बनेगी, बिजली और पेयजल सुविधाएँ पहुंचेगी और पात्र परिवारों को प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ मिल सकेगा।



