जनजातीय अस्मिता को नई पहचान: अंबिकापुर में मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने किया “बाबा कार्तिक उरांव चौक” का भूमि पूजन
जनशताब्दी वर्ष पर बाबा कार्तिक उरांव को श्रद्धांजलि - 41 लाख की लागत से बनेगा चौक, जनजातीय समाज में उमड़ा उत्साह

अंबिकापुर। जनजातीय गौरव और समाज सुधार के प्रतीक बाबा कार्तिक उरांव की जन्म शताब्दी वर्ष के अवसर पर आज अंबिकापुर में मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने उनकी स्मृति में प्रस्तावित “बाबा कार्तिक उरांव चौक” का भूमिपूजन किया। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर कहा कि “जनजातीय समाज के उत्थान में बाबा कार्तिक उरांव जी का जीवन समर्पित रहा है। सामाजिक जागरूकता और शिक्षा के क्षेत्र में उनका योगदान सदैव प्रेरणादायक रहेगा।”

कार्यक्रम में मुख्यमंत्री के साथ कृषि मंत्री राम विचार नेताम, सांसद चिंतामणि महराज,विधायकगण, अंबिकापुर नगर निगम की महापौर मंजूषा भगत, तथा बड़ी संख्या में आदिवासी समाज के पदाधिकारी एवं नागरिक उपस्थित रहे। समारोह का शुभारंभ आदिवासी परंपराओं के अनुरूप पूजा-अर्चना से हुआ।

मुख्यमंत्री ने बताया कि बाबा कार्तिक उरांव चौक का निर्माण 41 लाख रुपए की लागत से किया जाएगा, जिससे शहर में जनजातीय अस्मिता को स्थायी पहचान मिलेगी। उन्होंने कहा कि बाबा कार्तिक उरांव ने “जमीन से लेकर सदन तक जनजातीय समाज की आवाज बुलंद की और समाज को आगे बढ़ाने का कार्य किया।”

जनशताब्दी वर्ष के इस आयोजन में जनजातीय समाज के लोगों में विशेष उत्साह देखने को मिला। पूरे आयोजन स्थल पर पारंपरिक गीत, नृत्य और सांस्कृतिक कार्यक्रमों से वातावरण जनजातीय संस्कृति के रंग में रंगा नजर आया।
संक्षेप में:
- बाबा कार्तिक उरांव जन्म शताब्दी वर्ष पर श्रद्धांजलि समारोह।
- मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने किया चौक का भूमिपूजन।
- 41 लाख की लागत से होगा चौक का निर्माण।
- समारोह में बड़ी संख्या में आदिवासी समाज की भागीदारी।



