रोहतास की “खूनी नदी”! — जहां पानी नहीं, खून बहता है?
लोगों का दावा—रातों में नदी से आती हैं अजीब आवाजें; वैज्ञानिक बोले—इस लाल पानी के पीछे है एक चौंकाने वाला राज!

The chalta। बिहार के ऐतिहासिक रोहतासगढ़ किले के पास बहने वाली एक नदी ने इन दिनों पूरे इलाके में सनसनी मचा रखी है। कहते हैं, जब बारिश होती है तो इस नदी की धारा अचानक खून जैसी लाल हो जाती है। दूर से देखने पर ऐसा लगता है मानो धरती से खून फूट रहा हो!
स्थानीय लोगों का दावा है कि रात के सन्नाटे में इस नदी के पास से अजीब आवाजें आती हैं। कुछ ग्रामीण इसे प्रेत आत्माओं से जोड़ते हैं, तो कुछ इसे किले के पुराने रहस्यों से। वहीं सोशल मीडिया पर इस लाल नदी के वीडियो आग की तरह फैल चुके हैं — और लोग इसे “खूनी नदी” कहकर पुकार रहे हैं।
लेकिन विज्ञान की मानें तो इस रहस्य की जड़ मिट्टी में छिपी है। रोहतास की पहाड़ियों में आयरन ऑक्साइड यानी लौह तत्व प्रचुर मात्रा में मौजूद है। बारिश के पानी से घुलकर यह नदी की धारा को लाल रंग दे देता है। यानी यह किसी खून की नहीं, बल्कि प्रकृति की रासायनिक लीला है।
लोग बताते हैं -फिर भी, जब लाल पानी उफान पर बहता है और किले की दीवारों पर टकराकर लहरें खून की बूंदों जैसी उड़ती हैं — तो यकीन मानिए, दृश्य किसी सस्पेंस थ्रिलर फिल्म से कम नहीं लगता!