“खाना बना या बना हत्या का कारण?” — खड़ादोरना में युवक की संदिग्ध मौत, पिता और भाई पर उठे सवाल
चार्जर केबल बना मौत का फंदा या किसी ने रची चाल?” जवाब अब पोस्टमार्टम रिपोर्ट और पुलिस जांच पर टिका है।

सीतापुर द चलता विशेष रिपोर्ट :खड़ादोरना गांव बुधवार की सुबह सन्नाटे में डूब गया, जब एक युवक अमोश लकड़ा (पिता रामचरण लकड़ा) की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। शुरुआती जांच में अमोश की गर्दन पर काले धब्बे और गला घोंटने जैसे निशान पाए गए, जिसने पूरे गांव को दहशत और सस्पेंस में डाल दिया।

घटना की जानकारी मिलते ही सीतापुर पुलिस मौके पर पहुंची और मर्ग कायम कर जांच शुरू की। इस दौरान मृतक के पिता रामचरण लकड़ा ने पुलिस को चौंकाने वाला बयान दिया —
“मेरे छोटे बेटे निलेश ने चार्जर केबल से अमोश की हत्या की है।”
लेकिन कहानी यहां खत्म नहीं होती। पुलिस सूत्रों के अनुसार, पिता रामचरण के बयान में कई घुमावदार बातें सामने आई हैं, जिससे शक का दायरा बढ़ गया है। अब जांच टीम को यह भी शक है कि पिता और छोटे बेटे दोनों की भूमिका हत्या में हो सकती है।
थाना प्रभारी निरीक्षक सी.आर. चंद्रा और एसडीओपी राजेन्द्र मंडावी की अगुवाई में पुलिस टीम ने मौके का निरीक्षण किया। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है और रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है।
परिवार में तनाव की कहानी:
मृतक की मां की पहले ही मृत्यु हो चुकी है। अमोश अपने पिता और भाई निलेश के साथ खड़ादोरना गांव में रहता था, जबकि एक अन्य भाई बाहर नौकरी करता है। गांव वालों का कहना है कि भाइयों में खाना बनाने और खाने को लेकर अक्सर झगड़े होते रहते थे — और शायद वही विवाद अब मौत की वजह बन गया।
पुलिस ने आरोपी निलेश को हिरासत में लिया है और हत्या की गुत्थी सुलझाने की कोशिशें जारी हैं।
“चार्जर केबल बना मौत का फंदा या किसी ने रची चाल?”
जवाब अब पोस्टमार्टम रिपोर्ट और पुलिस जांच पर टिका है।