खरसिया: ठूंसेकेला गांव में एक ही परिवार के चार लोगों की नृशंस हत्या, पुलिस पहुंची कातिल के क़रीब
राज मिस्त्री बुधराम उरांव, पत्नी और दो बच्चों की हत्या; करीबी पर शक, नाबालिग की भूमिका की भी आशंका

The chalta/खरसिया, 13 सितंबर –
रायगढ़ जिले के खरसिया विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम ठूंसेकेला में हुए दिल दहला देने वाले हत्याकांड में पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। बुधराम उरांव (35), उसकी पत्नी सहोद्रा (30), बेटा अरविंद (10) और बेटी शिवांगी (6) की लाशें उनके घर के पीछे खाद के ढेर में दबे हाल में मिली थीं। पुलिस की जांच अब कातिल तक लगभग पहुंच चुकी है, और शक की सुई मृतक परिवार के एक करीबी व्यक्ति की ओर घूम रही है।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, इस जघन्य वारदात में एक नाबालिग की भी अहम भूमिका सामने आ रही है, जो आरोपी का बेटा बताया जा रहा है। हालांकि, पुलिस ने अब तक आधिकारिक रूप से किसी जानकारी की पुष्टि नहीं की है और कहा है कि मामले का खुलासा देर शाम तक किया जाएगा।
ऐसे हुआ खुलासा
घटना का पता तब चला जब बुधवार सुबह मोहल्ले में दुर्गंध फैलने लगी। ग्रामीणों ने खिड़की से झांककर देखा तो अंदर खून फैला हुआ था। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और खोजबीन के दौरान घर के पीछे खाद के ढेर में चारों शव बरामद किए गए।
बुधराम उरांव राज मिस्त्री का काम करता था। वह मंगलवार शाम को काम से घर लौटा था, लेकिन अगले दिन से घर बंद मिला। गांव में रहने वाली सबसे बड़ी बेटी शिवानी (16) उस वक्त घर पर नहीं थी, वह कोटमार में अपने रिश्तेदार के यहां रहकर पढ़ाई कर रही है।
जांच में हुआ बड़ा खुलासा
पुलिस ने वारदात के बाद से ही अलग-अलग टीम बनाकर जांच शुरू कर दी थी। पूछताछ और साक्ष्यों के आधार पर अब यह सामने आया है कि हत्या करने वाला व्यक्ति बुधराम का जानकार था और उसने हत्या के बाद शवों को घर के पीछे घसीट कर खाद में दबा दिया।
बताया जा रहा है कि इस काम में उसने अपने नाबालिग बेटे की मदद भी ली। हालांकि हत्या की वजह क्या थी, यह अब तक स्पष्ट नहीं है, लेकिन पुलिस द्वारा आरोपियों से पूछताछ जारी है।
ग्रामीणों में घटना को लेकर गहरा शोक और आक्रोश है। सभी आरोपियों को जल्द से जल्द सज़ा दिलाने की मांग कर रहे हैं।