सीतापुर: सब्जी बेचने वाले किसान की बेटी चंचल पैंकरा ने रचा इतिहास: CGPSC 2024 में ST रैंक-01 हासिल कर बनी डिप्टी कलेक्टर
मैनपाट के काराबेल गाँव की चंचल ने संघर्ष से सफलता तक का सफर तय कर दिखाया—माता शुन्तिला पैंकरा और किसान पिता रघुबर प्रसाद की मेहनत व संस्कारों ने दिया मजबूत आधार..

The Chalta/सीतापुर/मैनपाट/संघर्ष और मेहनत का फल क्या होता है, यह मैनपाट के ग्राम पंचायत काराबेल की बेटी चंचल पैंकरा ने पूरे प्रदेश को दिखा दिया है। सब्जी-भाजी बेचकर परिवार चलाने वाले किसान रघुबर प्रसाद पैंकरा और माता श्रीमती शुन्तिला पैंकरा की बेटी चंचल ने CGPSC 2024 में एसटी वर्ग में प्रथम रैंक हासिल कर डिप्टी कलेक्टर के प्रतिष्ठित पद पर चयन पाया है।

सादा जीवन, सीमित साधन और कठिन परिस्थितियों के बीच चंचल की लगन और इच्छाशक्ति ने सफलता की नई कहानी लिखी है। खेतों और बाजार की दौड़-धूप के बीच पले-बढ़े इस परिवार की बेटी ने यह साबित कर दिया कि अवसर साधनों का मोहताज नहीं होता, हौसलों का होता है।

सीजीपीएससी-2024 में अनुसूचित जनजाति वर्ग में सुश्री चंचल पैकरा ने टॉप कर जशपुर और एकलव्य विद्यालय सन्ना का नाम गौरवान्वित किया है। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय सहित जिला प्रशासन ने उन्हें बधाई दी है।
काराबेल की किसान परिवार से आने वाली चंचल ने पहली प्रयास में असफलता के बाद निरंतर मेहनत से प्री, मेन्स और इंटरव्यू सफलतापूर्वक उत्तीर्ण कर ओवरऑल 204 रैंक हासिल किया। उनके पिता द्वारा जमीन बेचकर पढ़ाई का सपना पूरा करने की कहानी जिले के युवाओं के लिए प्रेरक उदाहरण है।
चंचल पैंकरा की सफलता आज पूरे सरगुजा संभाग के लिए प्रेरणा का स्रोत बन गई है—एक ऐसा उदाहरण, जो हर उस बच्चे और अभिभावक को उम्मीद देता है, जो कठिन परिस्थितियों में भी बड़े सपने देखने का साहस रखते हैं।



